माडीफाई बुलेट से हुड़दंग मचा रहे मनचले, लोग परेशान, पुलिस बन रही अंजान

माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने बुलेट मोटरसाइकिल पर बड़ा साइलेंसर लगाकर पटाखे मारने पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं ताकि ध्वनि प्रदूषण को रोका जा सके।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 04:56 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 06:44 AM (IST)
माडीफाई बुलेट से हुड़दंग मचा रहे मनचले, लोग परेशान, पुलिस बन रही अंजान
माडीफाई बुलेट से हुड़दंग मचा रहे मनचले, लोग परेशान, पुलिस बन रही अंजान

जागरण टीम, माहिलपुर-होशियारपुर : माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने बुलेट मोटरसाइकिल पर बड़ा साइलेंसर लगाकर पटाखे मारने पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, ताकि ध्वनि प्रदूषण को रोका जा सके। इसी तरह मोटर व्हीकल कानून के अनुसार किसी भी वाहन से छेड़छाड़ करना कानून के खिलाफ है ऐसे वाहनों को पुलिस जब्त कर सकती है। लेकिन, अफसोस कार्रवाई सिर्फ कागजों तक ही सीमित हैं। क्योंकि पुलिस चालान काटकर अपनी पीठ थपथपाती है। इसके चलते मनचले युवक सरेआम बुलेट के पटाखे बजाते हुए दहशत का माहौल पैदा कर निकल जाते हैं। यदि कोई पुलिस की गिरफ्त में भी आ जाए तो मात्र चेतावनी या चालान काटकर ड्यूटी निभाई जाती है जबकि इस समस्या के समाधान के लिए पुलिस द्वारा आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जब शोरूम से बुलेट मोटरसाइकिल निकलता है तो उसे कंपनी की गाइडलाइन के हिसाब से कम ध्वनि वाला साइलेंसर लगाया जाता है ताकि प्रदूषण भी न हो और खास तौर पर हेवी इंजन होने के कारण ध्वनि प्रदूषण भी न हो। लेकिन, जैसे ही बुलेट सड़क पर उतरता है तो हुल्लड़बाजी के चक्कर में मनचले स्पेयर पा‌र्ट्स की दुकानों पर जाकर साइलेंसर चेंज करवाते हैं और फिर शुरू होता है पटाखों का सिलसिला।

पीसीआर गश्त व नाके दिखावे के लिए

पुलिस के पास पीसीआर टीम भी है, लेकिन कभी उन्होंने इन पटाखे बाजों पर कार्रवाई करने के लिए पीछा नहीं किया। इसके कारण मनचलों के हौंसले बुलंद होते हैं। अगर नाके पर मुलाजिम भी खड़े हों तो भी पटाखे मारने वालों पर कोई सख्त एक्शन नहीं लिया जाता। इसी तरह शहर में स्पेयर पा‌र्ट्स के नाम पर ऐसी कई दुकानें हैं जहां पर यह पटाखों से बुलेट को लैस करने का यानी साइलेंसर बदलने करने का काम किया जाता है, पर इन पर भी आज तक कार्रवाई नहीं की गई। दिल के रोगियों के लिए खतरनाक

बुलेट के पटाखों के कारण दिल की बीमारी के मरीजों को गंभीर खतरा रहता है, क्योंकि अचानक तेज आवाज के कारण उन्हें ह्रदयघात (हार्ट अटैक) हो सकता है। इस संबंधी जब क्षेत्र के बुद्धिजीवियों से बात की तो उन्होंने पुलिस से इस समस्या को लेकर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं लोगो से अपील करते हुए कहा कि अपने बच्चों को ट्रैफिक नियमों की जरूर जानकारी दें। मां बाप भी रखें ख्याल

कण्व ग्रीन फाउंडेशन के प्रधान बरिदर सिंह भंबरा ने कहा कि अभिभावकों को भी अपने बच्चों पर ध्यान देना चाहिए, क्योकि छोटी उम्र के बच्चे जिनके अभी तक लाइसेंस भी नहीं बने और उनको ड्राइविग के नियमों का भी नहीं पता होता, वे वाहन चलाते हैं जो बाद में दुर्घटना का कारण बनते हैं। बुलेट से पटाखे चलाने वाले युवक गलत तरीके से ड्राइविग करते हैं जिस कारण आम लोगों को परेशानी होती है। और सख्ती बरतेंगे : ट्रैफिक इंचार्ज

इस संबंध में ट्रैफिक इंचार्ज इंस्पेक्टर नरिदर कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मनचलों पर कार्रवाई की जाती है और चालान भी काटे जाते हैं। एवरेज के हिसाब से हर रोज दो से तीन चालान काटे जाते हैं। उन्होंने कहा कि अब माडीफाई वाहन करने वालों के खिलाफ और सख्ती करेंगे ताकि जहां से यह अवैध काम शुरू होता है वहीं से इस पर रोक लगाई जा सके।

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