अवैध पार्किंग ने ट्रैफिक व्यवस्था की निकाली हवा, शहर में ट्रैफिक जामों से लोग परेशान

शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या विकराल होती जा रही है। इसका मूल कारण लोगों द्वारा की जाने वाली बेतरतीब पार्किंग है। ऐसा नहीं कि इलाके में पार्किंग की सुविधा नहीं है परंतु जनता की गलत ढंग से पार्किंग करने की आदत इतनी बन चुकी है कि लोग यह देखते ही नहीं कि पार्किंग कहां की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Dec 2020 10:16 PM (IST) Updated:Thu, 03 Dec 2020 10:16 PM (IST)
अवैध पार्किंग ने ट्रैफिक व्यवस्था की निकाली हवा, शहर में ट्रैफिक जामों से लोग परेशान
अवैध पार्किंग ने ट्रैफिक व्यवस्था की निकाली हवा, शहर में ट्रैफिक जामों से लोग परेशान

जागरण संवाददाता, होशियारपुर : शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या विकराल होती जा रही है। इसका मूल कारण लोगों द्वारा की जाने वाली बेतरतीब पार्किंग है। ऐसा नहीं कि इलाके में पार्किंग की सुविधा नहीं है परंतु जनता की गलत ढंग से पार्किंग करने की आदत इतनी बन चुकी है कि लोग यह देखते ही नहीं कि पार्किंग कहां की जा रही है। इसके अलावा शहर में हरेक सड़क के दोनों और यलो लाइन लगाई गई है। कोई इसका पालन नहीं करता। बस जहां मन चाहा वहीं बना दिया स्टैंड। इस समस्या की झलक हर बाजार व हर मोड़ पर देखी जा सकती है।

निगम की पार्किंग होते हुए भी लोग जानबूझ कर बाहर अपने वाहन पार्क करके चले जाते हैं। चाहे वह किसी के लिए कितनी भी परेशानी का सबब बने। हालांकि ट्रैफिक विभाग ने इलाके में कुछ प्वाइंटों को नो एंट्री प्वाइंट करार दिया गया है लेकिन फिर भी लोग अपनी मनमर्जी से नो एंट्री प्वाइंटों से ही गाड़ियां बाजारों में घुसा देते हैं। यह तंग बाजारों में जाम का कारण बनती हैं। यदि बात ट्रैफिक पुलिस की हो तो ट्रैफिक पुलिस के मुलाजिमों का इन प्वाइंटों की तरफ ध्यान ही नहीं है। चालान काटने में मस्त रहते हैं। हालांकि जहां यह प्वाइंट स्थापित किए गए हैं। वहां पर बेरिकेट भी लगाए जाते हैं पर लोग इनको शोपीस समझते हैं। मौके पर कोई ट्रैफिक मुलाजिमों की ड्यूटी के प्रति गंभीरता न होने के कारण यह गाड़ियां ट्रैफिक जाम का कारण बन जाती हैं। चाहे होशियारपुर दसूहा मार्ग हो या जालंधर रोड, टांडा बाईपास, शहर का गौशाला बाजार या फिर कोई अन्य। हर सड़क अवैध पार्किंग की मार लोगों को झेलनी पड़ती है।

पार्किंग की है सुविधा पर लोग नहीं हैं गंभीर

शहर में ट्रैफिक व जाम को कंट्रोल करने के लिए ट्रैफिक विभाग ने जिला प्रशासन से मिलकर वन वे पालिसी बनाई थी। इसमें कुछ इलाकों को गाड़ियां एंट्री करने के लिए बंद कर दिया गया था। परंतु लोग वन वे पालिसी को मानते ही नहीं है और चुपचाप अपनी मर्जी से गाड़ियां बाजार के अंदर तक लेकर निकल जाते हैं। यदि सरकारी कालेज की बात की जाए तो छात्रों की सुविधा के लिए साइकिल स्टैंड बनाया गया है परंतु छात्रा अकसर कालेज के बाहर मेन रोड पर ही पार्क कर जाते हैं। पुलिस का टो सिस्टम भी हुआ फेल

ट्रैफिक पुलिस द्वारा कुछ समय के लिए विदेशों की तर्ज पर टोह सिस्टम शुरू किया था परंतु वह भी अब लगभग दम तोड़ चुका है। कुल मिलाकर ट्रैफिक पुलिस का भी सिस्टम फेल हो चुका है। कोई रोकने वाला नहीं कोई टोकने वाला नहीं।

समस्या का हल किया जाएगा : इंस्पेक्टर नरिदर

इस संबंध में ट्रैफिक इंचार्ज नरिदर कुमार ने कहा कि इस समस्या का हल सख्ती से किया जाएगा व अवैध तौर पर पार्किंग करने के वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पहले भी कार्रवाई की जाती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह ट्रैफिक नियमों का पालन करें, ताकि यातायात सुगम हो सके। सबके साथ से ही इस समस्या का हल किया जा सकता है।

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