संगोष्ठी में पंजाबी भाषा का महत्व बताया

एसपीएन कॉलेज मुकेरियां में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी करवाई गई। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कॉलेज प्रबंधक समिति के सीनियर उपप्रधान अजीत नारंग एवं संयुक्त सचिव संजीव आनंद विशेष रूप से शामिल हुए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Mar 2019 12:43 AM (IST) Updated:Tue, 19 Mar 2019 12:43 AM (IST)
संगोष्ठी में पंजाबी भाषा का महत्व बताया
संगोष्ठी में पंजाबी भाषा का महत्व बताया

संवाद सहयोगी, मुकेरियां : एसपीएन कॉलेज मुकेरियां में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी करवाई गई। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कॉलेज प्रबंधक समिति के सीनियर उपप्रधान अजीत नारंग एवं संयुक्त सचिव संजीव आनंद विशेष रूप से शामिल हुए। प्रिसिपल नरिदर कुमार ने इस सम्मेलन के उद्देश्य और सार्थकता पर प्रकाश डाला। मुख्य मेहमान अजीत नारंग ने पंजाबी मां बोली के महत्व के बारे बताते हुए कहा कि हमें अपनी मां बोली को अपनाना चाहिए। उन्होंने पंजाबी भाषा के विकास के लिए पचास हजार रुपये की राशि भेंट की।

भाषा के मुख्य वक्ता के रूप में आए हुए दिल्ली विश्वविद्यालय से डॉ. खेल सिंह ने पंजाबी भाषा को वैश्वीकरण के संदर्भ में बताते हुए इसका संबंध 1857 से अब-तक के समय साथ के जोड़ कर इसके साहित्य और सभ्यता पर पड़े प्रभाव के बारे में प्रकाश डाला। डॉ. हरजोत सिंह ने बताया कि ऐसी संगोष्ठी हम लोगों में पंजाबी भाषा के विकास के लिए उत्साह पैदा करती है। कैनेडा से आए प्रसिद्ध प्रवासी कहानीकार जरनैल सिंह, डॉ. कर्मजीत सिंह एवं कमलजीत कंवर ने वैश्वीकरण के पंजाबी सभ्यता पर पद रहे प्रभाव के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की। बलवीर परवाना, चेयरमैन विश्व पंजाबी सम्मेलन कनाडा बलविदर कौर, अजैव चट्ठा, डॉ. सर्बजीत सिंह, अजय कुमार, डॉ. अमरजीत कौर कालकट, छात्रा अंजनी पंजाबी विभाग की मुखी डॉ. लखविदरजीत कौर ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।

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