महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में उभरा होशियारपुर
होशियारपुर जिला प्रशासन की तरफ से महिला सशक्तीकरण के प्रयास के अंतर्गत होशियारपुर में 3
जागरण टीम, होशियारपुर
जिला प्रशासन की तरफ से महिला सशक्तीकरण के प्रयास के अंतर्गत होशियारपुर में 38 जरूरतमंद औरतों को ई-रिक्शा मुहैया करवा कर आत्मनिर्भर बनाने सहित औरतों के अधिकारों की रक्षा के लिए अहम कदम उठाए गए हैं। औरतों से संबंधित विभिन्न मसलों के निपटारे के लिए स्थापित किए सखी वन स्टाप सेंटर में रिपोर्ट हुए कुल 418 मामलों में से 413 को योग्य ढंग के साथ निपटाया गया। इस बारे में राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर जिला निवासियों डीसी अपनीत रियात ने बधाई दी है।
उन्होंने कहा है कि लड़कों की तरह लड़कियों के लिए भी हर क्षेत्र में बराबर के मौके यकीनी बनाना हम सभी का प्रारंभिक फर्•ा है, जिसको बनती पा्रथमिकता देना समय की जरूरत है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से राष्ट्रीय बालिका दिवस 24 जनवरी के मद्देनजर साप्ताहिक प्रोग्रामों की लड़ी 21 जनवरी से शुरू की गई है। इसके तहत लड़कियों को उनके अधिकारों और सहूलियतों से वाकिफ कराया जाएगा।
डीसी ने बताया कि होशियारपुर में कारपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के फंड्स द्वारा शुरू किए ई-रिक्शा का प्रयास बहुत ही सफल रहा है। इसके अंतर्गत करीब 50 लाख रुपये की लागत के साथ 38 जरूरतमंद औरतों को ई-रिक्शा मुहैया करवाकर अपने पैरों पर खड़ा होने का मौका प्रदान कराया गया। ये सभी औरतें बढि़या ढंग के साथ काम करती हुई अपनी रोजी रोटी कमा रही हैं।
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मुहिम के बारे में डीसी ने बताया कि जिला प्रशासन ने नई पहलकदमी के अंतर्गत नवजन्मी बच्चियों के घरों के बाहर उनके नाम की प्लेट लगाने की मुहिम शुरू की थी। जिसके अंतर्गत 6040 प्लेटे लगाई गई हैं। उन्होंने बताया कि लड़कियों की लोहड़ी मनाने के प्रयासों के अंतर्गत अब तक 250 लड़कियों की लोहड़ी मनाई जा चुकी है।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जिले में सरकारी स्कूलों की 10वीं और 12वीं कक्षा में पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाली छात्राओं समेत 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करन वाली कुल 47 छात्राओं का सम्मान किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि पिछले साल जिले की 17 लड़कियों की तरफ से पंजाब पुलिस में नौकरी प्राप्त करने पर जिला प्रशासन की तरफ से उनका सम्मान किया गया, ताकि अन्य लड़कियों को भी उत्साहित किया जा सके। सखी वन स्टाप सेंटर की बात करते हुए डीसी ने बताया कि 418 मामलों में से 413 मामले निपटा दिए गए हैं, जबकि 5 मामलों में कार्रवाई जारी है।
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पोषण मुहिम के तहत होती है
पोषण मुहिम के अंतर्गत जिला प्रशासन की तरफ से हर महीने की 14 और 28 तारीख को 1926 आंगनबाड़ी सेंटर पर विशेष चर्चा करवाई जाती है, ताकि गर्भवती औरतों को खुद को तंदुरुस्त रखने के बारे में जानकारी दी जा सके। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी सेंटरों की तरफ से इंटरनेट मीडिया द्वारा विभिन्न गतिविधियां करके जच्चा-बच्चा संभाल से संबंधित विशेष प्रोग्राम करवाना भी प्रशंसनीय प्रयास है। उन्होंने बताया कि होशियारपुर में 1495 आंगपनबाड़ी वर्करों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के लोगो वाले थैले मुहैया करवाए गए हैं, ताकि इस मुहिम के संदेश के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता की जा सके।