प्री-प्राइमरी स्कूलों के लिए सरकारी सीसे स्मार्ट स्कूल ढड्डा फतेह सिंह बना माडल

शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिगला के कुशल मार्गदर्शन और सचिव स्कूल शिक्षा कृष्ण कुमार की देखरेख में आधुनिक और गुणात्मक सुधारों के तहत सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में प्री-नर्सरी कक्षा शुरू करने का फैसला सराहनीय साबित हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 07:07 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 06:00 AM (IST)
प्री-प्राइमरी स्कूलों के लिए सरकारी सीसे स्मार्ट स्कूल ढड्डा फतेह सिंह बना माडल
प्री-प्राइमरी स्कूलों के लिए सरकारी सीसे स्मार्ट स्कूल ढड्डा फतेह सिंह बना माडल

संवाद सहयोगी, होशियारपुर : शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिगला के कुशल मार्गदर्शन और सचिव स्कूल शिक्षा कृष्ण कुमार की देखरेख में आधुनिक और गुणात्मक सुधारों के तहत सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में प्री-नर्सरी कक्षा शुरू करने का फैसला सराहनीय साबित हो रहा है। इस कदम से बच्चों की संख्या में रिकार्ड वृद्धि हो रही है। इसके साथ शिक्षण पदों की संख्या बढ़ने का रास्ता खुल गया है। यह प्रयोग विभाग में सहायक निदेशक (प्रशिक्षण) के रूप में कार्यरत प्रिसिपल सलिदर सिंह ने अपने स्कूल सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट ढड्डा फतेह सिंह में बड़े प्रभावशाली ढंग से किया है। शुरू में छोटे बच्चों को प्री-प्राइमरी कक्षाओं में प्रवेश दिया गया और उनके लिए नियमित रूप से शैक्षणिक व्यवस्था की गई। इसके चलते बच्चों को आधुनिक तकनीक से पढ़ाई शुरू करवाई गई है। देखते ही देखते स्कूल के प्राथमिक विभाग में नामांकित छात्रों की कतार लंबी हो गई है। प्रिसिपल सलिदर सिंह ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा और परिवहन के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा नियमित बस सेवा शुरू की गई है और इस सुविधा ने विशेष रूप से माता-पिता का ध्यान आकर्षित किया है। सरकारी शिक्षा में बदलाव का दिया संदेश

सीनियर सेकेंडरी स्कूल में प्राथमिक कक्षाओं के शुरू होने से आसपास के सरकारी प्राइमरी स्कूलों में छात्रों की संख्या पर कोई असर नहीं पड़ा क्योंकि ढड्डा फतेह सिंह स्कूल ने केवल निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों पर ही ध्यान केंद्रित किया है। इसने सरकारी स्कूलों के अच्छे होने और परिवर्तन का संदेश दिया। इससे आसपास के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में दाखिला बढ़ाने का माहौल बन गया है और लोगों का विश्वास सरकारी शिक्षा पर बढ़ा है।

हर साल 500 के करीब पढ़ते थे छात्र, अब 1300 संख्या हुई

स्कूल में छात्रों की संख्या हर साल लगभग 450 से 500 रहती है, लेकिन प्री-प्राइमरी से लेकर बारहवीं कक्षाएं एक छत के नीचे शुरू करने, परिवहन सेवा व स्मार्ट स्कूल माडल के साथ इस बार यह संख्या बढ़कर 1300 हो गई है। यह पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 13 प्रतिशत की वृद्धि है, दाखिला अभी भी जारी हैं। शिक्षा विभाग ने अब राज्य भर के वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में ढड्डा फतेह सिंह माडल को लागू करने की पहल की है।

नए पदों की बढ़ गई मांग

प्रिसिपल सलिदर सिंह का मानना है कि हालांकि यह छात्र वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पढ़ रहे हैं, लेकिन वे मूल रूप से प्राथमिक विभाग से जुड़े हुए हैं। इस वृद्धि से प्राथमिक विभाग में नए पदों की मांग बढ़ गई है और उन्होंने खुद विभाग को प्राथमिक पदों के आवंटन के लिए नियमित विभागीय प्रक्रिया शुरू की है। कुल मिलाकर शिक्षा विभाग की यह पहल एक नया मील का पत्थर साबित होगी।

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