आंखों में मिर्ची डालकर लूट मामले में दुकान के कारिंदे ने ही रची थी साजिश, चार गिरफ्तार
माहिलपुर में हुई 13 जुलाई के लूट की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
जागरण टीम, माहिलपुर (होशियारपुर) : माहिलपुर में हुई 13 जुलाई के लूट की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। लूट किसी और ने नहीं बल्कि दुकान में लगे करिदे ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर की थी। किसी को शक न हो इसके लिए उसने पहले सारी प्लानिग बनाई और बाद में उसे अंजाम दिया। पर शक के घेरे में आने के बाद पुलिस ने जब पूछताछ की व इलाके में सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो सारा मामला सुलझ गया। आरोपितों की पहचान बलजिदर सिंह निवासी बहबलपुर, साहिल निवासी कोटफतूही, रोहित निवासी बुगरा, प्रभजोत निवासी बिजो के रूप में हुई है। आरोपितों से पुलिस ने लूटे गए 6.50 लाख रुपये भी बरामद कर लिए हैं। सभी युवक इलाके में आस-पास की दुकानों में ही काम करते थे। वहीं उनका मेल मिलाप बढ़ा और बलजिंदर सिंह के कहने पर उन्होंने इस लूट को अंजाम दिया। उक्त जानकारी एसपी आरपी सिद्धू ने पुलिस लाइन में की पत्रकारवार्ता के दौरान दी। जहां किया काम वहीं दिया दगा
लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए दुकान में ही काम करने वाले बलजिदर सिंह ने मार्केट में कुछ अन्य दुकानों में काम कर रहे युवकों से प्लानिग तैयार की थी। प्लानिग इस तरह तैयार की गई थी कि सबको यही लगे कि सच ही लूट हुई है। लूट से पहले बलजिदर सिंह ने मार्केट में कपड़े की दुकान पर काम करने वाले साहिल, एक अन्य दुकान में काम करने वाले युवक रोहित व प्रभजोत को सारी प्लानिग में शामिल किया। उसके बाद उसने उनके साथ इलाके के रेकी की और अपने साथियों को किस तरह घटना को अंजाम देना है, के बारे में बताया। जिसके बाद उन्होंने घटना को अंजाम दिया। रविवार को भी आरोपितों ने इलाके की रैकी की थी। ताकि वारदात के समय कोई गलती न सके। बीते मंगलवार को आरोपित बलजिदर के अनुसार पहले ही मौजूद थे। जैसे ही वह पहले से तय वारदात वाली जगह पर पहुंचा तो उसने मोटरसाइकिल की स्पीड कर दी और आरोपितों ने उनकी आंखों में मिर्ची डाल दी और पैसे लेकर फरार हो गए। जो पुलिस ने प्रभजोत सिंह से बरामद किए हैं जोकि उसने अपनी हवेली में छुपाए हुए थे। अकसर पैसे निकलवा कर घर भेजता था दुकान का मालिक
दुकान मालिक राजेश ने बताया कि वह अकसर बलजिदर को पैसे बैंक से लेकर घर भेजने के लिए कहता था। बलजिदर का यह काम था उसे दुकान में पेमेंट आदि लाने ले जाने के लिए रखा था। और पैसे देखकर बलजिदर की नीयत खराब हो गई और उसने वारदात को अंजाम दे दिया। सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग, मिर्ची का किया ड्रामा
एसपी आरपी सिद्धू ने बताया कि वारदात को अंजाम तो नायाब तरीका ढूंढकर दिया गया था, परंतु इस दौरान आरोपित चूक कर गए। उन्होंने आंखों में मिर्ची तो डाली लेकिन इसमें थोड़ी गड़बड़ी कर गए। चूंकि बलविदर सिंह मिर्ची डालने के कुछ देर बाद ही मौके पर तड़पने का ड्रामा करने दुकान मालिक के घर पहुंच गया और सारी वारदात के बारे में बताया। टीम जब मौके पर पहुंची तो सारी उन्होंने बलजिदर से पूछताछ शुरू की तो वह सही ढंग के बयान नहीं दे पाया। वहीं इलाके में सीसीटीवी फुटेज से भी अहम सुराग मिला। चूंकि रविवार को भी वह इलाके में घूम रहा था और उसके साथ एक अन्य मोटरसाइकिल पर युवक सवार थे और इसी से वह काबू आ गया।