नियमों को ताक पर रख वन विभाग मनरेगा वर्करो से ले रहा है काम
वन विभाग में भ्रष्टाचार फैला हुआ है क्योंकि नियमों को ताक पर रख काम करवाए जा रहे हैं। इसके चलते इलाके में वन बर्बाद हो रहे हैं।
संवाद सहयोगी, माहिलपुर : वन विभाग में भ्रष्टाचार फैला हुआ है क्योंकि नियमों को ताक पर रख काम करवाए जा रहे हैं। इसके चलते इलाके में वन बर्बाद हो रहे हैं। यह आरोप लेबर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयगोपाल धीमान ने लगाए। उन्होंने कहा कि माहिलपुर वन रेंज के अधीन बिछोही गांव में स्थापित विभाग की नर्सरी में विभिन्न प्रकार के पौधे तैयार किए जाते हैं। इसमें वन गार्ड ने सभी नियमों को साइड लाइन कर मनरेगा वर्करों से काम करवा रहा है। जबकि विभाग मनरेगा योजना के लोगों से काम नहीं ले सकता।
धीमान ने कहा कि बिछोही में मनरेगा वर्कर सतपाल जॉब कार्ड नंबर 10, बूटा जॉब कार्ड 128, देशराज व बलवीर सिंह को काम दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिस मस्टरोल पर वह काम कर रहे थे वह किसी दूसरी जगह का है और यह काम वन गार्ड व वन रेंज अधिकारी की मिलीभगत से हो रहा है।
इस संबंध में वन रेंज अधिकारी संजीव कुमार से बात की गई, तो उन्होंने स्वीकार किया कि मनरेगा योजना में काम कर रहे वर्करों को वन विभाग की नर्सरी में नहीं लगाया जा सकता। धीमान ने आरोप लगाया कि मनरेगा वर्कर से काम करवा कर उसको दी जाने वाली मजदूरी के पैसे वन गार्ड व अधिकारी अपनी जेब में डाल रहे हैं। उच्च अधिकारियों को इस मामले की जांच करनी चाहिए। सरकारें योजनाएं बनाती है और उन पर अमल करने के लिए रखे गए करोड़ों रुपये उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से हजम किए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं होता, सिर्फ फाइलों में पहाड़ों पर हरियाली दिखा दी जाती है। इस मामले की विजिलेंस विभाग से जांच कराई जानी चाहिए।