होशियारपुर में मिनी काशी के नाम से मशहूर है पांच शिवाला मंदिर

भरवाईं रोड पर स्थित पांच शिवाला मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। पांच शिवाला नाम से ही साफ हो जाता है कि मंदिर में पांच शिवलिग स्थापित हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 04:42 PM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 05:14 AM (IST)
होशियारपुर में मिनी काशी के नाम से मशहूर है पांच शिवाला मंदिर
होशियारपुर में मिनी काशी के नाम से मशहूर है पांच शिवाला मंदिर

संस, होशियारपुर : भरवाईं रोड पर स्थित पांच शिवाला मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। पांच शिवाला नाम से ही साफ हो जाता है कि मंदिर में पांच शिवलिग स्थापित हैं। सावन में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है, भक्त दूर-दूर से आकर नतमस्तक हो रहे हैं। यहां तक कि कुछ ऐसे भी श्रद्धालु हैं जो पंजाब के अन्य शहरों से भी मंदिर में आते हैं। सावन के माह में पूरे मंदिर परिसर में मेले जैसा माहौल बन चुका है। इसके अलावा शिवरात्रि व मां चितपूर्णी नवरात्र में आस्था का सैलाब उमड़ता है।

मंदिर का इतिहास

मैया जी अस्सीं नौकर तेरे वैष्णो धाम सेवा संघ के अध्यक्ष शाम लाल व मीडिया प्रभारी अश्वनी छोटा ने बताया कि मंदिर लगभग नौ सौ साल पुराना है। पांच शिवालयों के कारण होशियारपुर को मिनी काशी भी कहा जाता है क्योंकि काशी में भी इसी तरह के पांच शिवालय हैं। खास बात तो यह है कि यहां भी इसी तरह के शिवलिग उसी दिशा में स्थापित किए गए हैं जैसे काशी में है। बुजुर्ग बताते थे कि पुराने समय में जब हिमाचल या फिर कश्मीर में लोग धार्मिक यात्रा को जाते थे तो यहां जरूर ठहर कर पूजा अर्चना करते थे। मंदिर में बाउली भी है जो पहले चलती थी लेकिन समय के साथ-साथ पानी का स्तर नीचे जाने से सूख गई, पर अभी भी कुछ अंश बाकी हैं। अश्वनी छोटा ने बताया कि पंजाब का यह एकमात्र मंदिर परिसर है जहां पर पांच शिवलिग स्थापित हैं।

सच्चे मन से आने वाले हर श्रद्धालु की इच्छा होती है पूरी

अश्वनी ने बताया कि मान्यता के अनुसार इन शिवालयों के कारण होशियारपुर का नाम मिनी काशी रखा गया। यहां पर आकर पूजा अर्चना करने मात्र से ही उसी तरह का फल मिलता है जैसे काशी में जाने से लाभ होता है। उन्होंने कहा कि सच्चे मन से आने वाले हर श्रद्धालु की मनोकामना पूरी होती है। मंदिर के साथ ठाकुरद्वारा है जहां पर मूर्तियां सैकड़ों साल पुरानी हैं।

chat bot
आपका साथी