कृषि सुधार कानून वापस करवा करके ही लौटेंगे : किसान संगठन
केंद्र सरकार की तरफ से लागू किए गए कृषि सुधार कानूनों के विरोध में धरना लगाया।
संवाद सहयोगी, मुकेरियां : केंद्र सरकार की तरफ से लागू किए गए कृषि सुधार कानूनों के विरोध में किसान संगठनों की देशव्यापी हड़ताल के तहत मुकेरियां क्षेत्र में मुकम्मल तौर पर बंद रहा। भारतीय किसान यूनियन मुकेरियां इकाई के प्रधान जसवंत सिंह रंधावा की अगुवाई में माता रानी चौक मुकेरियां में बैठे किसानों ने जालंधर-जम्मू राष्ट्रीय मार्ग पर यातायात बंद कर रोष प्रदर्शन किया। जिसका समर्थन पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी, समूह रविदास सभा, अंबेडकर सभा, करणी सेना पंजाब, जाट महासभा, फार्मर वेलफेयर एसोसिएशन अन्य संस्थाओं ने किया। इस समय केंद्र की कड़े शब्दों में निदा करते हुए प्रधान जसवंत सिंह रंधावा, करणी सेना पंजाब अध्यक्ष राणा नरोत्तम सिंह साबा, प्रो. जीएस मुल्तानी, ठाकुर दयाल, इंद्रजीत खालसा, शाम सिंह शामा, सतनाम सिंह चीमा आदि ने कहा कि कानून लागू होने से देश का सारा अनाज ही कुछ बड़े व्यापारियों के पास चला जाएगा। जिससे देश में महंगाई के आसमान छूने की संभावनाएं बड़ जाएंगी। इससे गरीब लोगों को दो वक्त की रोटी के भी लाले पड़ जाएंगे। यह कानून किसानों के लिए ही नहीं बल्कि, आम लोगों के भी हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सरहदों पर बैठे किसानों के हौसले बुलंद हैं। किसान यह कृषि सुधार कानून वापिस करवा कर ही वापस आएंगे। इस समय सतनाम सिंह चीमा, सरपंच दिलबाग सिंह, तरसेम मिन्हास, कुलभूषण सोहल, जगजीत सिंह, रमनदीप सिंह, रमन कुमार तंगरालिया, गुरविदर सिंह, गुरजीवन सिंह, हरसिमरन सिंह, गुरविदर सिंह भिडर, सरबजीत सिंह, सरपंच बलवंत सिंह, सतपाल सिंह, भाग सिंह, नरिदर सिंह, मुख्तियार सिंह, मुख्तार सिंह, बलदेव सिंह, गुरदेव सिंह, नोनी मुकेरियां, राजविदर काकू, मनजीत सिंह, जसवंत सिंह, सरपंच परमिदर सिंह, रोशन लाल, मनजीत सिंह, रोशन लाल के अलावा भारी संख्या में किसान उपस्थित थे।