केंद्र सरकार के खिलाफ गर्जे किसान, कृषि सुधार बिल की फूंकी प्रतियां
कृषि सुधार कानून के विरोध में दिल्ली रवाना होने से पहले किसानो ने प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, गढ़दीवाला :
कृषि सुधार कानून के विरोध में दिल्ली रवाना होने से पहले किसानों के जत्थे ने शनिवार को गन्ना संघर्ष कमेटी के प्रधान सुखपाल सिंह सहोता की अगुवाई में टांडा मोड़ पर इस बिल की कापियां जलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान गन्ना संघर्ष कमेटी के बाईस प्रधान गुरप्रीत सिंह हीराहार, मनदीप सिंह मनी, अमरजीत सिंह माहल, मास्टर गुरचरण सिंह एवं गुरमेल सिंह आदि ने कहा कि केंद्र सरकार ने कृषि सुधार कानून बनाकर किसानी को खत्म करने का प्रयास कर रही है लेकिन केंद्र सरकार अपने मंसूबों में कभी भी कामयाब नहीं होगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण आज किसान को अपने खेत खलियानों को छोड़कर सड़कों पर संघर्ष करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने कृषि सुधार कानूनों को वापस नहीं लिया तो आने वाले समय में देश का प्रत्येक वर्ग अपनी बुनियादी सुविधाओं से वंचित होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कुछ कारपोरेट घरानों के इशारे पर काम कर रही है ताकि उनको फायदा पहुंचाया जा सके। उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक केंद्र सरकार कृषि सुधार कानूनों को रद्द नहीं करती किसानों का संघर्ष जारी रहेगा। इस दौरान दिल्ली संघर्ष के लिए रवाना होने से पहले हलके के किसानों ने मानगढ़ टोल प्लाजा पर भी कृषि सुधार कानून की कापिया जलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करके नारेबाजी की। इस अवसर पर सुखदेव सिंह मांगा, राजिद्रपाल सिंह, डॉ. मोहन सिंह मल्ली, जितेंद्र सिंह संगला, मनजीत सिंह खानपुर, सुरजीत सिंह, डा. मजैल सिंह, धर्म सिंह सैनी, खुशवंत, जरनैल सिंह, इकबाल सिंह, सोढी रंधावा, टोनी, सूबेदार कृष्ण सिंह मौजूद रहे।