धान की पराली के प्रबंधन के लिए किया जागरुक

कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से पराली के सुचारू प्रबंधन संबंधी विभिन्न प्रसार गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 09:39 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 09:39 PM (IST)
धान की पराली के प्रबंधन के लिए किया जागरुक
धान की पराली के प्रबंधन के लिए किया जागरुक

जागरण टीम, होशियारपुर : कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से पराली के सुचारू प्रबंधन संबंधी विभिन्न प्रसार गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इस कड़ी के तहत गांव हुक्कड़ा में जागरूकता कैंप लगाया गया। इस दौरान डिप्टी डायरेक्टर (ट्रेनिग) डा. मनिदर सिंह ने उपस्थित किसानों का स्वागत किया। उन्होंने प्राकृतिक स्त्रोतों की संभाल व फसलों के अवशेषों का सुचारू प्रयोग कर वातावरण हितैषी तकनीकें अपनाने के लिए किसानों को प्रेरित किया। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से दी जा रही सेवाओं का पूरा लाभ लेने के लिए किसानों को प्रेरित किया। किसानों को कृषि मशीनरी के माध्यम से धान की पराली प्रबंधन के बारे में तकनीकी जानकारी साझा की व रबी की मुख्य फसलों की काश्त के बारे में बताया। केंद्र में पशु विज्ञान के माहिर डा. कंवरपाल सिंह ढिल्लों ने धान की पराली को आग लगाने से होने वाले नुकसान संबंधी बताया व पराली में मौजूद अलग-अलग तत्वों की महत्ता के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। केंद्र प्रोग्राम सहायक सुनीता ने मिट्टी परीक्षण की महत्ता व मिट्टी व पानी परीक्षण के लिए नमूने लेने की विधि के बारे में बताया। इस मौके पर गांव हुक्कड़ां के प्रगतिशील किसानों गुरप्रीत सिंह, इकबाल सिंह, महिदर सिंह, मलकियत सिंह, मंजीत सिंह, रविदर सिंह व हुक्कड़ां बहु उद्देशीय सहकारी सोसायटी के सचिव बलकार सिंह ने कैंप में शमूलियत की। केंद्र की ओर से किसानों की सुविधा के लिए बीज व कृषि साहित्य भी मुहैया करवाया गया। अंत में गांव हुक्कड़ा के सरपंच सोहन सिंह व आजाद किसान यूनियन (दोआबा) के प्रधान हरपाल सिंह संघा, गांव राजपुर भाईयां की ओर से आए माहिरों व उपस्थित किसानों का इस जागरुकता कैंप में शिरकत करने के लिए धन्यवाद किया गया व समूह गांव वासियों की ओर से पराली प्रबंधन के इस अभियान में पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया गया।

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