गेहूं की लिफ्टिंग न होने से किसान व आढ़ती परेशान, मुकेरियां में प्रदर्शन

चाहे सरकार ने गेहूं की खरीद शुरू करते समय दावा किया था कि प्रबंध मुकम्मल हैं और किसानों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। लेकिन जब खरीद पेमेंट व लिफ्टिंग की बारी आई तो हकीकत में सुविधा दावों के उलट साबित हुई। न तो खरीद ढंग से हुई न पेमेंट सही समय पर हो पा रही है और न ही अभी तक लिफ्टिंग हो सकी। इसका दंश किसान भुगत रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 07:25 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 06:14 AM (IST)
गेहूं की लिफ्टिंग न होने से किसान व आढ़ती परेशान, मुकेरियां में प्रदर्शन
गेहूं की लिफ्टिंग न होने से किसान व आढ़ती परेशान, मुकेरियां में प्रदर्शन

जागरण टीम, होशियारपुर, मुकेरियां : चाहे सरकार ने गेहूं की खरीद शुरू करते समय दावा किया था कि प्रबंध मुकम्मल हैं और किसानों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। लेकिन जब खरीद, पेमेंट व लिफ्टिंग की बारी आई तो हकीकत में सुविधा दावों के उलट साबित हुई। न तो खरीद ढंग से हुई, न पेमेंट सही समय पर हो पा रही है और न ही अभी तक लिफ्टिंग हो सकी। इसका दंश किसान भुगत रहे हैं। हालांकि मंडी में फसल की आमद बहुत कम हो चुकी है परंतु जो किसान अभी भी मंडी में पहुंच रहे हैं वह परेशान हो रहे हैं क्योंकि लिफ्टिंग की धीमी रफ्तार उनकी फसल की खरीद को प्रभावित कर रही है। कोई पीड़ा को देखने व सुनने वाला नहीं है। पता चला है कि अभी तक तीन मई के बाद तक की पेमेंट भी किसानों को नहीं मिली। यदि रहीमपुर मंडी की बात की जाए तो हालात बद से बदतर हैं। मंडी में गेहूं की बोरियों के अंबार लगे हुए हैं और पैर रखने तक जगह नहीं है। फसल अनलोड करनी तो दूर की बात।

अधिकारियों के दावे अभी तक नहीं हुए सच

मंडी के अधिकारी शुरू से दावे कर रहे हैं कि लिफ्टिंग सुचारू हो जाएगी, पर यह अभी तक बोलने तक ही सीमित हैं। ग्राउंड पर हालातों में कोई सुधार नहीं हो रहा। वैसे गेहूं की खरीद लगभग समाप्त हो चुकी हैं या फिर यूं कहें कि आखिरि चरण में हैं, फिर भी हालात आउट आफ कंट्रोल हैं। गेहूं की फसल उतारने के लिए किसान दो चार हो रहे हैं। जब से गेहूं की खरीद की घोषणा हुई है तब से अब तक एक भी दावा सही ढंग से सिरे नहीं चढ़ पाया। यहां तक कि लिफ्टिंग वाले ठेकेदार के पास लेबर भी पूरी नहीं है और उसे इस काम के लिए आढ़तियों का सहारा लेना पड़ रहा है।

मुकेरियां में किसानों व आढ़तियों ने लगाया धरना

लिफ्टिंग व पेमेंट की अदायगी सही ढंग से न होने के चलते किसानों, मजदूर व आढ़तियों में भारी रोष पाया जा रहा है। इस समस्या को लेकर रविवार को आढ़ती यूनियन मुकेरियां ने धरना लगाया। लखविदर सिंह टिम्मी, बरजिदर अग्रवाल, सुनील कुमार डिपी, बलजीत सिंह ने कहा कि मुकेरियां में पड़ती लगभग सभी मंडियों में गेहूं की लिफ्टिंग सही ढंग से न होने के कारण आढ़तियों, किसानों व मजदूरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। फसल की कटाई समाप्त हुए भी काफी दिन गुजर चुके हैं। मगर, मंडियों में अब भी 60 से 65 प्रतिशत गेहूं की भरी बोरियां पड़ी हुई हैं। खुले आसमान के नीचे पड़ी बोरियां बेमौसमी बरसात से अगर खराब होगी, तो उसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। मंडियों में काम करने वाली लेबर सीजन खत्म होने के बावजूद घर नहीं जा पा रही। अब तक 30 से 40 प्रतिशत लिफ्टिंग हो पाई है। आढ़तियों ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रशासन से मांग की कि मंडियों में पड़ी बोरियों की तुरंत लिफ्टिंग करवाई जाए व बकाया राशि का जल्द भुगतान किया जाए। इस मौके नरिद्र सिंह, दिनेश कुमार, दलविदर सिंह, दविद्र सिंह, अविनाश बूढ़ाबड़, सन्नी भारद्वाज, जसदीप सिंह, सिमरनजीत सिंह गोली, मनदीप सिंह, नरेश कुमार मेहता, अवतार सिंह बोबी, हरचरण सिंह, सतनाम सिंह मोली मौजूद रहे।

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