पाबंदियों में भेदभाव सहन नहीं होगा : सूद

पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा ने बैठक की जिसमें महामंत्री विनोद परमार मंडल अध्यक्ष अश्वनी गैंद विशेष रूप से शामिल हुए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 05:00 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 05:00 AM (IST)
पाबंदियों में भेदभाव सहन नहीं होगा : सूद
पाबंदियों में भेदभाव सहन नहीं होगा : सूद

संवाद सहयोगी, होशियारपुर : पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा ने बैठक की जिसमें महामंत्री विनोद परमार, मंडल अध्यक्ष अश्वनी गैंद विशेष रूप से शामिल हुए। सूद ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा कोविड-19 की पाबंदियों के अंतर्गत जरूरी वस्तुओं व गैर जरूरी वस्तुओं के नाम पर जो भेदभाव किया जा रहा है उससे व्यापारी वर्ग परेशान है। जरूरी व गैरजरूरी की परिभाषा बेमायने है, क्योंकि जो भी कारोबार होता है, वह लोगों की जरूरत पूरी करने के लिए किया जाता है। इसे गैरजरूरी बताना गलत है। इमारतों के निर्माण व कृषि से संबंधित सामान को जरूरी वस्तुओं में डालकर सरकारी अधिकारियों को खुलेआम मनमर्जियां करने की ताकत दी गई है। ऐसी पाबंदियों से दुकानदारों को इन नियमों से बचने के लिए चोर दरवाजे ढूंढने पड़ रहे हैं व उन पर हर समय प्रशासन का डंडा चलने का भय रहता है। भाजपा नेताओं ने प्रश्न किया है कि अगर शराब बेचने को सरकार जरूरी समझती है, तो जिम चलाने को गैर जरूरी क्यों समझ रही है, जबकि कोरोना में शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है जबकि जिम से शरीर की प्रतिरोधक ताकत बढ़ती है।

उन्होंने कहा, सभी नागरिकों को भी जिम्मेदारी निभाते हुए नियमों का पालन करना चाहिए, परंतु सरकार को सभी को एक समान रखकर दुकानें खोलने की इजाजत देनी चाहिए। राज्य सरकार द्वारा पंजाब में अभी तक नागरिकों को एक पैसे की राहत नहीं दी गई है। भाजपा नेताओं ने कहा कि अगर प्रशासन की तरफ से भेदभाव बंद न किया गया तो भाजपा कार्यकर्ता गैरजरूरी के नाम पर बंद दुकानों को खुलवाने के लिए अभियान शुरू करेंगे।

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