कोरोना के बाद अब डेंगू का डंक, 162 लोग शिकार
कोरोना अभी पूरी तरह से थमा नहीं है न ही इसकी कोई वैक्सीन तैयार हुई है। वहीं इस बीच डेंगू ने भी अपने पंख फैलाने शुरू कर दिए हैं।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : कोरोना अभी पूरी तरह से थमा नहीं है न ही इसकी कोई वैक्सीन तैयार हुई है। वहीं, इस बीच डेंगू ने भी अपने पंख फैलाने शुरू कर दिए हैं। लगातार डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं। यदि आंकड़ों की बात की जाए तो डेंगू के 162 लोग शिकार हो चुके हैं। मौसम बदल रहा है, कोरोना के साथ-साथ डेंगू मच्छर भी सक्रिय हो रहा है। लगातार बढ़ते मामले देखकर स्वास्थ्य विभाग भी सकते में है। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए सर्वे शुरू कर दिया है और विभाग की टीमें लोगों को भी जागरूक कर रही हैं। जैसे-जैसे मौसम में और नमी आएगी डेंगू मच्छर ज्यादा सक्रिय होगा। यदि डेंगू तेजी से फैलता है तो हालात स्वास्थ्य विभाग के लिए दो मोर्चो पर जंग जैसे होंगे। चाहे स्वास्थ्य विभाग कोविड-19 के साथ साथ डेंगू से भी निपटने का दावा करता है, लेकिन फिर भी लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए अपने स्तर पर सावधानी बरतने की जरूरत है। कोरोना के साथ डेंगू मच्छर की सक्रियता से स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें बढ़ा दी है।
डेंगू से जंग के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारी अभी अभी अधूरी
डेंगू की जंग के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारी में जुट चुका है। वार्डो में सर्वे करने के लिए टीमों का गठन किया गया है, लेकिन इस जंग में कहीं न कहीं एंटी लारवा के मुलाजिमों की कमी तो जरूर खलेगी। चूंकि इस टीम में मुलाजिमों की कमी के चलते पूरे शहर को कवर करने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। समय के साथ-साथ शहर का क्षेत्रफल तो बढ़ा है, लेकिन टीम में मुलाजिमों की संख्या लगातार घट रही है। इस कमी को दूर करने के लिए इस बार 50 मुलाजिम ठेके पर रखकर छिड़काव करने की मुहिम चलाने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन यह कितने सफल होते हैं। यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
14 मुलाजिम कच्चे तौर पर और रखे गए
डाक्टर शैलेश ने बताया कि 14 मुलाजिम कच्चे तौर पर और रखे गए हैं, जबकि 12 अभी और रखने की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा डोर टु डोर सर्वे चल रहा है। डेंगू का प्रकोप शुरू हो चुका है, लेकिन अभी तक शहर में फागिग सही ढंग से नहीं चल रही है और इसकी रोकथाम में यह सबसे जरूरी है। फागिग डेंगू के रोकथाम बहुत जरूरी है। सही मायने में एंटी लारवा टीम में आबादी के हिसाब से 150 मुलाजिम चाहिए। यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर इसी तरह दफ्तरों में बैठ कर डेंगू से दो-दो हाथ करने के दावे किए जाते रहे तो स्थिति भयंकर हो सकती है। डेंगू की रोकथाम के लिए इस बार स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है। एंटी लारवा की टीम में जो कमी है उसे दूर किया जा रहा है। चाहे कच्चे तौर पर हो नए लोगों को रखा जा रहा है। टीमें बनाकर घर-घर सर्वे किया जा रहा है, इसके प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है ताकि लोग खुद भी सजग होकर इसका मुकाबला कर सकें। सबसे जरूरी बात घर के आस पास पानी खड़ा न होने दें।
-डा. शैलेष कुमार, एपिडिमोलाजिस्ट।
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समस्या हो तो तुरंत करें डाक्टर से संपर्क, यह हैं डेंगू के लक्षण
-तेज बुखार व सिरदर्द।
-आंखों के पीछे व शरीर में दर्द।
-स्वाद व भूख खत्म हो जाना।
-नींद की कमी।
- उल्टियां आना व पेट दर्द।
-नाक, मुंह व जबड़ों से खून आना।
-सांस लेने में तकलीफ होना। डेंगू से बचाव
-घर के आसपास सफाई रखें व पानी एकत्रित न होने दें।
-घरों में मच्छर मार दवाई का छिड़काव करें।
-रात को सोते समय शरीर को पूरा ढंक कर रखें।
-घरों में पड़े गमले, कूलर, घड़े में लंबे समय तक पानी न जमा होने दें।