चौलांग टोल प्लाजा पर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया
नेशनल हाईवे पर पड़ते चौलांग टोल प्लाजा पर दोआबा किसान कमेटी का कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ धरना 143वें दिन भी जारी रहा।
संवाद सहयोगी, टांडा उड़मुड़ : नेशनल हाईवे पर पड़ते चौलांग टोल प्लाजा पर दोआबा किसान कमेटी का कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ धरना 143वें दिन भी जारी रहा। इसमें किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आंदोलन को और तेज करने का एलान किया। संगठन के प्रधान जंगवीर सिंह चौहान के दिशा निर्देशों के अधीन लगाए धरने के दौरान प्रिथपाल सिंह, गुरदियाल सिंह, गुरमिदर सिंह, रतन सिंह, डा. भीमा, तरलोचन सिंह राही व दिलराज सिंह ने कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए कहा कि देश के करोड़ों किसानों की भावनाओं की सार न लेकर केंद्र सरकार अब भी अपने भाईवाल कारपोरेट घरानों को खुश करने में लगी हुई है। इस कारण अन्नदाताओं में लगातार रोष बढ़ता जा रहा है। आने वाले दिनों में आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इस मौके करनैल सिंह, अवतार सिंह, हरबंस सिंह कंग, राजबीर सिंह, अमरीक सिंह, हरकीरत सिंह, अवतार सिंह, परगट सिंह, पाखर सिंह, हरभजन सिंह, गुरदेव सिंह, फकीर सिंह, सुखविदर सिंह, कुलवीर सिंह, बलदेव सिंह, रविदर सिंह, परमजीत सिंह, जगदीश सिंह, हरजीत सिंह, बिक्कर सिंह, सुच्चा सिंह, चन्नन सिंह, स्वर्ण सिंह, साधू सिंह, जगतार सिंह, सरदूल सिंह, गुरदेव सिंह, हरभजन सिंह व इलाके के अन्य किसान उपस्थित थे। वहीं गांव खोजपुर की संगत की ओर से किसानों के लिए लंगर का प्रबंध किया गया। किसानों ने तहसीलदार को दिया मांग पत्र
संवाद सहयोगी, टांडा उड़मुड़ : संयुक्त कमेटी के फैसले अनुसार किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने जबर दिवस मनाया। राज्य प्रधान सतनाम सिंह पन्नू के निर्देशों पर गांव टाहली में बैठक की गई। इस दौरान किसानों ने तहसीलदार मांग पत्र देते कहा कि सिघू बार्डर पर धरना कई महीनों से चल रहा है। दिल्ली पुलिस की ओर से कड़ी बैरिकेडिंग की गई है और कंडियाली तार, रास्ते बंद किए गए। सड़कों तोड़ी गई, लड़के-लड़कियों को जेलों में बंद किया और किसान नेताओं पर झूठे मामले दर्ज किए गए हैं और दिल्ली पुलिस की ओर से टिकरी बार्डर खाली करने के नोटिस लगाए हैं। यह कृत्य केंद्र सरकार की धक्केशाही को साफ साफ दिखा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि नौजवानों को जेलों से बिना किसी शर्त रिहा किया जाए, झूठे पर्चे रद किए जाएं, बंद रास्ते खोले जाएं और तीनों काले कानून रद किए जाएं। अगर सरकार कानूनों को रद नहीं करती तो किसान जत्थेबंदियों की ओर से देश में संघर्ष तेज किया जाएगा। इस मौके नौजवान कमेटी के प्रधान गुरसेवक सिंह, खजांची हरमनप्रीत सिंह, सचिव साहिल, उपप्रधान हरविदर सिंह, मोता सिंह, रशपाल सिंह, चरणजीत सिंह, मलकीत सिंह चौहान, गगन, सरताज, बलजीत सिंह, अमनदीप सिंह, हैप्पी, जोबन उपस्थित थे।