गाय, गीता, गंगा व गायत्री हिदू संस्कृति के आधार : जिदा बाबा

सनातन धर्म अनादि व अनंत है क्योंकि इसका सृजन मानवता व संस्कारों की बुनियाद पर आधारित है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Oct 2021 04:57 PM (IST) Updated:Sun, 03 Oct 2021 04:57 PM (IST)
गाय, गीता, गंगा व गायत्री हिदू संस्कृति के आधार : जिदा बाबा
गाय, गीता, गंगा व गायत्री हिदू संस्कृति के आधार : जिदा बाबा

संवाद सहयोगी, दातारपुर :

हिदू संस्कृति व सनातन धर्म अनादि है, अनंत भी है क्योंकि इस का सृजन मानवता व संस्कारों की बुनियाद पर आधारित है। दलवाली के दुर्गा मां मंदिर में रविवार को श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन करते हुए आध्यात्मिक विभूति राजिदर सिंह जिदा बाबा महाराज ने प्रवचन करते हुए उक्त शब्द कहे।

उन्होंने कहा सर्वश्रेष्ठ हिदू संस्कृति गोमाता, पतितपावनी गंगा, गायत्री व गीता के सिद्धांतों पर आधारित है। गीता संसार का एकमात्र ऐसा ग्रंथ है, जो भगवान के श्रीमुख से निकली हुई वाणी है। इसीलिए यह विश्व का पवित्रतम ग्रंथ माना जाता है। सात सौ श्लोकों में निबद्ध और अठारह अध्याय वाली गीता पूरी मानवता की पथ प्रदर्शक हैं। भारत ही एकमात्र ऐसा देश है, जहां गंगा जी को माता का दर्जा हासिल है। भारत संस्कृति के बल पर ही फिर से विश्व गुरु बनेगा। सब को धर्म मार्ग पर चलने की नसीहत दी। इस अवसर पर कैप्टन रविद्र शर्मा, राकेश कुमार, भोली देवी, अरुणा रानी, सुधा, सरिता, दिलबाग सिंह, रविद्र सिंह, राजपाल, महेश, राकेश कुमार, गोला पंडित, प्रितपाल सिंह, मोनू पठानियां उपस्थित थे।

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