कनाडा भेजने का झांसा दे कंबोडिया भेजा, वापस लाने के लिए भी लिए एक लाख रुपये
वदेश भेजने का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने के मामले में टांडा पुलिस ने एक आरोपित को नामजद किया है। आरोपित की पहचान जलालपुर निवासी बलदेव सिंह के पुत्र सरबजीत सिंह काली के रुप में हुई है।
संवाद सहयोगी, टांडा उड़मुड़ : विदेश भेजने का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने के मामले में टांडा पुलिस ने एक आरोपित को नामजद किया है। आरोपित की पहचान जलालपुर निवासी बलदेव सिंह के पुत्र सरबजीत सिंह काली के रुप में हुई है। पुलिस ने यह मामला अहियापुर निवासी गगन कुमार भट्टी पुत्र सुरिदर कुमार के बयान पर दर्ज किया है। आरोपित ने गगन कुमार भट्टी को झांसे में लेकर उसके भांजे को कनाडा सेटल करने, पक्की नौकरी व पीआर दिलाने का वादा किया था। इसके बदले में उसने 20 लाख रुपये की मांग की थी। गगन कुमार भट्टी ने आरोपित के झांसे में आकर अपने भांजे के सारे दस्तावेज बलदेव सिंह को थमा दिए। कनाडा की जगह कंबोडिया की फ्लाइट करा दी बुक
पुलिस को जानकारी देते हुए गगन कुमार भट्टी ने बताया कि बलदेव सिंह से उनका संर्पक किसी जानकार के द्वारा हुआ था। बलदेव सिंह ने उन्हें बताया था कि वह लोगों को विदेश भेजने का काम करता है। जिसपर उन्होंने अपने भांजे सर्बजीत सहोता के पुत्र सुखदेव राज को कनाडा भेजने की इच्छा जाहिर की। बलदेव सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया कि उसके कनाडा में अच्छे लिक हैं और वह बड़े आराम से उसे कनाडा भेज देगा। इसके बदले में उसने 20 लाख रुपये की मांग की थी। मामला तय होने के बाद बलदेव ने अपने भांजे सुखदेव राज के सारे दस्तावेज बलदेव सिंह को सौंप दिए। जिसके बाद बलदेव ने कार्रवाई शुरु कर दी। इस दौरान बलदेव राज ने उनसे दस लाख रुपये ले लिए। कुछ माह बाद बलदेव राज ने उन्हें कहा कि वीजा लग गया है और जल्द ही फ्लाइट बुक करवा दी जाएगी। इसके बाद एक दिन बलदेव का फोन आया कि टिकट हो गई है और वह दिल्ली पहुंचे, जहां से सीधे कनाडा की फ्लाइट होगी। सब बहुत खुश थे। वह सुखदेव को एयरपोर्ट छोड़कर आए। बाद में पता चला कि उसने सुखदेव को कनाडा नहीं बल्कि धोखे से कंबोडिया भेज दिया है। जब उन्होंने बलदेव से बात की तो वह आनाकानी करने लगा। एक लाख रुपए लेकर कंबोडिया के घर पहुंचाया
उन्होंने बलदेव से काफी संपर्क किया कि उनके भांजे को वापस लेकर आए या कनाडा भेज दे। जिसपर बलदेव ने पल्ला झाड़ लिया। बाद में जब बलदेव पर दवाब बनाया गया तो उसने कंबोडिया में बैठे अपने साथियों की मांग पर एक लाख रुपये और लेकर सुखदेव को घर पहुंचाया। नौ माह तक आरोपितों ने उसे कंबोडिया में रखा। पीड़ित ने बताया कि बलदेव राज न तो पैसे वापस कर रहा है और न ही विदेश भेज रहा है। जिस पर उन्होंने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने जांच के बाद मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी है।