रिश्वत लेने के आरोप में पटवारी के साथ दलाल पर भी केस मामला दर्ज
विजिलेंस ब्यूरो ने जमीन की इंतकाल के लिए पच्चीस हजार रुपये रिश्वत के रूप में मांगने पर पटवारी और उसके साथ दलाल का काम कर रहे पूर्व कानूगो के खिलाफ केस दर्ज किया गया है
संवाद सहयोगी, होशियारपुर
विजिलेंस ब्यूरो ने जमीन की इंतकाल के लिए पच्चीस हजार रुपये रिश्वत के रूप में मांगने पर पटवारी और उसके साथ दलाल का काम कर रहे पूर्व कानूगो के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। दोनों को विजिलेंस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था।
विजिलेंस ब्यूरो के एसएसपी दलजिदर सिंह ढिल्लो ने बताया कि शुक्रवार को डीएसपी निरंजन सिंह ने प्रतिपाल सिंह संघा निवासी मकान नंबर 209 कोर्ट रोड की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए योगराज पाल(दलाल) से बरामद पच्चीस हजार रुपये और सुरिदर पाल सिंह उर्फ सोनू पटवारी माल हल्का जहानखेलां को काबू किया था। शिकायत कर्ता प्रितपाल सिंह संघा के पिता परमजीत सिंह की बजवाड़ा में 15 कनाल एक मरला और गांव जहानखेलां में 33 कनाल 12 मरले पुश्तैनी जमीन है। उनकी कुछ जमीन पंजाब सरकार के कंडी विभाग की तरफ से नहर के लिए वर्ष 2008 में अधिग्रहण कर ली थी। उक्त जमीन पंजाब सरकार के खाते में चली गई थी मगर माल विभाग की तरफ से अधिग्रहण की गई जमीन का पंजाब सरकार के खाते में इंतकाल नहीं कराने पर उन्हें अभी तक जमीन का मुआवजा नहीं मिल पा था। इस संबंधी परमजीत सिंह संघा ने वर्ष 2016 में सिविल कोर्ट में केस भी कर दिया था और चार जुलाई 2018 को उनके पक्ष में फैसला भी आ गया था। नायब तहसीलदार लवदीप सिंह माल विभाग ने भी परमजीत सिंह के पक्ष में फैसला दे दिया था।
सारे दस्तावेज परमजीत सिंह संघा की तरफ से वर्ष 2018 में जहानखेलां के पटवारी सुरिदर पाल सिंह उर्फ सोनू को उनके कार्यालय में जाकर दे दिए थे और सरकार के खाते में इंतकाल करने के लिए कहा गया था। पटवारी सुरिदर पाल सिंह उर्फ सोनू की तरफ से वर्ष 2020 तक कोई भी कार्रवाई आगे नही बढ़ाई। जनवरी 2021 को शिकायत करता ने सुरिदर पाल सिंह सोनू से उक्त मामले के बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि उनके जमीन के खसरा नंबर गलत है पहले खसरा नंबर ठीक करा लें।
काम हो जाएगा आप मेरे दलाल से मिल लें
24 फरवरी को जब सोनू से उक्त विषय के संबंध में बात की तो उसने बताया कि काम हो जाएगा आप मेरे दलाल से मिल लें। जब दलाल योगराज पाल से बात की तो उसने एक बात में ही बात खत्म कर दी कि काम की फीस तीस हजार रुपये मांगे। पच्चीस हजार में सौदा पक्का हो गया। प्रितपाल सिंह ने सारी बात विजिलेंस विभाग को बता दी। विजिलेंस ने के साथ पटवारी सुरिदर पाल सिंह उर्फ सोनू और दलाल योगराज पाल को रंगे हाथों काबू कर लिया। विजिलेंस विभाग जालंधर ने 26 फरवरी को देर रात सात, सात-ए प्रिवेंशन आफ करप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।