अतिक्रमण की मार से शहर में ट्रैफिक व्यवस्था का बुरा हाल

निगम का अतिक्रमण हटाओ दस्ता छह-आठ माह बाद एक बार जागता है और दिखावे के लिए कार्रवाई की बीन बजाता है। परंतु कोई फायदा नहीं होता। चूंकि जैसे ही टीम वापस निगम कार्यालय में पहुंचती है हालात पहले जैसे हो जाते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 10:48 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 10:48 PM (IST)
अतिक्रमण की मार से शहर में ट्रैफिक व्यवस्था का बुरा हाल
अतिक्रमण की मार से शहर में ट्रैफिक व्यवस्था का बुरा हाल

जागरण टीम, होशियारपुर : शहर की बड़ी समस्याओं में से एक समस्या अतिक्रमण बन चुकी है। अतिक्रमण से शहर को मुक्त करने के लिए निगम के दावे तो बड़े-बड़े हैं, परंतु शहर के हालात देखो तो यह दावे केवल हवा ही साबित हो रहे हैं। हर बाजार में अतिक्रमणकारियों की मनमानी हावी है। निगम का अतिक्रमण हटाओ दस्ता छह-आठ माह बाद एक बार जागता है और दिखावे के लिए कार्रवाई की बीन बजाता है। परंतु कोई फायदा नहीं होता। चूंकि जैसे ही टीम वापस निगम कार्यालय में पहुंचती है, हालात पहले जैसे हो जाते हैं। चाहे मौके पर इस दौरान चालान काटे जाते हैं परंतु वह केवल दिखावा मात्र ही है।

अतिक्रमण के आगे सड़कें भी पड़ने लगी छोटी

इन कब्जों के आगे सड़कें भी अब छोटी साबित होने लगी हैं। चूंकि अतिक्रमण इतनी बुरी तरह किया गया है कि 25 से तीस फीट के रोड़ भी महज 10 से 15 फीट चौड़े दिखाई देते हैं। सारा दिन राहगीर इन अतिक्रमण के कारण बाजारों से फंस फंस कर निकलते हैं। कब्जाधारी ठाठ से दुकानों में बैठे रहते हैं। शहर का कोई इलाका ऐसा नहीं है, जो अतिक्रमण का दंश न झेल रहा हो। इस वजह से कई बाजारों की सड़कें व गलियां तंग होने से वाहन लेकर गुजरना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। अतिक्रमण के कारण कई बार तो दो पहिया वाहन भी बाजार में आकर फंस जाते हैं। रेहड़ियां व दुकानदारों का अतिक्रमण बनी समस्या

जालंधर रोड पर दोनों ओर दुकानदार पहले दुकानों के बाहर चार व पांच फीट तक सामान रख लेते हैं, फिर वहां लगने वाली रेहड़ियां रही सही कसर पूरी कर देती है। ऐसे में सुबह नौ बजे से पहले करीब 50 फीट चौड़ी नजर आने वाली सड़क बाद में महज पंद्रह या बीस फीट की रह जाती है। इन दुकानों से सामान खरीदने के लिए आने वाले ग्राहक भी वाहन सड़क पर ही पार्क कर देते हैं जिससे समस्या और भी विकराल हो जाती है। यही आलम बस्सी ख्वाजू स्थित मार्केट का है। वहीं यदि गोशाला बाजार व अफगान रोड़ की बात की जाए तो दिन के समय गुजरना बहुत ज्यादा कठिन है। इस सड़क पर तकरीबन होलसेल करियाना मार्केट है। इस वजह से दुकानदार सामान लेने यहीं आते हैं। यहां भी होलसेल दुकानदार सामान दुकान के बाहर तक लगाकर रखते हैं। इसी तरह खरीदारी करने आए ग्राहक अपना वाहन सड़क पर ही आडे़ टेढ़े ढंग से लगा देते हैं। इससे ट्रैफिक समस्या भी उत्पन्न होती है। कई बार बाजार से दिन के समय पैदल गुजरना भी मुश्किल होता है। जल्द होगा समाधान: मेयर

इस संबंध में मेयर सुरिदर कुमार छिंदा ने कहा कि संबंधित इंसपेक्टर के साथ टीम भेजकर जांच करवाएंगे। जहां कहीं भी ऐसी समस्या पाई गई वहां कार्रवाई की जाएगी। शहर में अतिक्रमण की समस्या का जल्द ही समाधान किया जाएगा ताकि किसी को कोई परेशानी न उठानी पड़े।

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