60 लाख में ईको टूरिज्म से बाग-बाग होगा चौहाल डैम

पहाड़ियों की गोद में स्थापित चौहाल डैम 60 लाख रुपये की लागत से ईको टूरिज्म के साथ इतराएगा। दूसरे पड़ाव में सलेरन डैम के दिन फिरेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 07:26 PM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 06:44 AM (IST)
60 लाख में ईको टूरिज्म से बाग-बाग होगा चौहाल डैम
60 लाख में ईको टूरिज्म से बाग-बाग होगा चौहाल डैम

जागरण टीम, होशियारपुर : पहाड़ियों की गोद में स्थापित चौहाल डैम 60 लाख रुपये की लागत से ईको टूरिज्म के साथ इतराएगा। दूसरे पड़ाव में सलेरन डैम के दिन फिरेंगे। कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा के प्रयास से पंजाब सरकार ने ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रस्ताव को मंजूर किया है। मंत्री अरोड़ा ने बताया कि वातावरण पर्यटन को और उत्साहित करने के लिए शहर के साथ लगते दो डैमों पर अहम प्रोजेक्ट लगाए जाने हैं। पहले पड़ाव में चौहाल डैम पर विकसित किए जाने वाले ईको टूरिज्म प्रोजेक्ट के अंतर्गत 60 लाख रुपये मंजूर किए जा चुके हैं। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पंजाब सुंदर शाम अरोड़ा ने बताया कि दूसरे चरण में यह प्रोजेक्ट सलेरन डैम पर विकसित करने का प्रस्ताव है व इन प्रोजेक्टों से वातावरण हितैषी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

वन विभाग की ओर से चौहाल डैम पर ईको टूरिज्म प्रोजेक्ट का विस्तार से प्रस्ताव पेश किया था, जिसे मंजूर कर जरूरी फंड जारी किए जा रहे हैं ताकि आने वाले कुछ महीने में प्रोजेक्ट मुकम्मल हो सके। चौहाल व सलेरन इलाकों में वन विभाग की ओर से ऐसी पहलकदमी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगी। चितपूर्णी रोड पर स्थापित होने वाले प्रोजेक्ट को नेचर अवेयरनेस कैंप का नाम दिया है, जिसमें टूरिस्टों के ठहरने के लिए विशेष किस्म की हट तैयार की जाएंगी, जो पूरी सुविधाओं से लैस होगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चौहाल व सलेरन दोनों स्थानों पर टूरिस्ट प्राकृतिक नजारों व सुंदरता का भरपूर आनंद उठाएंगे। इसके अलावा इन प्रोजेक्टों के माध्यम से लोगों को वातावरण व प्राकृतिक संसाधनों की संभाल के प्रति जागरूक किया जाएगा ताकि पंजाब को हरा-भरा व प्रदूषण मुक्त करने में अहम भूमिका निभाई जा सके।

नेचर अवेयरनेस कैंप में यह मिलेगी सुविधा

वन विभाग कंजरवेटर डा. संजीव तिवाड़ी ने बताया कि चौहाल में नेचर अवेयरनेस कैंप में टेंट में रिहायश, जंगली क्षेत्रों में सैरगाह, बोटिग, बोनफायर, जागरूकता सेशन, सांस्कृतिक शो, बच्चों के लिए अलग-अलग तरह के मुकाबले करवाए जाएंगे। प्रोजेक्ट संबंधी डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने कहा कि जिले में ईको टूरिज्म को और बढ़ाने के लिए हर तरह की सुविधा, प्राकृतिक स्त्रोत व क्षमता उपलब्ध है, जिसका पूरा लाभ लेते हुए वन विभाग की ओर से तैयार प्रस्ताव अनुसार यह प्रोजेक्ट वातावरण हितैषी पर्यटन को नई मजबूती प्रदान करेंगे।

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