पैसे डबल करने का झांसा देकर लगाया 53.99 लाख का चूना, 14 लोगों पर मामला दर्ज
पैसा डबल करने के आरोप में तलवाड़ा मुकेरियां टांडा सहित कई अन्य शहरों के लोगों से करोड़ों रुपये ठगने के मामले में थाना तलवाड़ा की पुलिस ने 14 आरोपितों पर मामला दर्ज किया है।
जागरण टीम, तलवाड़ा, होशियारपुर : पैसा डबल करने के आरोप में तलवाड़ा, मुकेरियां, टांडा सहित कई अन्य शहरों के लोगों से करोड़ों रुपये ठगने के मामले में थाना तलवाड़ा की पुलिस ने 14 आरोपितों पर मामला दर्ज किया है। बता दें कि साल 2002 में किम इंफ्रास्ट्रक्चर एंड नेक्टर कामर्शियल एस्टेट लिमिटेड कंपनी फगवाड़ा रोड होशियारपुर की ओर से जमीन, फ्लैट और शापिंग माल खोलने को पैसा लगाने के लिए कहा गया। उस दौरान झांसा दिया गया कि कंपनी इन प्रोजेक्टों में पैसे लगाने पर डबल करके ग्राहकों को दे रही है। इसके चलते कंपनी में 2002 से लेकर होशियारपुर समेत अन्य जिलों के लोगों ने लाखों रुपये लगा दिए थे। लेकिन, कंपनी ने पैसों का न हिसाब दिया, न ही पैसे डबल करके दिए। लोगों को पैसे निवेश कराते समय बढि़या सपने दिखाए गए और जब पैसा डबल करके देने की बात आई तो कंपनी के अधिकारी चुपचाप अंडरग्राउंड हो गए। पुलिस ने यह मामला कंपनी के झांसे में आकर अपने 53.99 लाख रुपये गंवाने वाले हरविदर सिंह पुत्र दर्शन सिंह निवासी बनियाल, दसूहा के बयान पर दर्ज किया है। आरोपितों की पहचान रविदर सिंह, दुबुर्जी चौक, अमृतसर, राणा रमिदर, जगदेव खुर्द, अजनाला, जगमोहन सिंह जैनपुरी सेंट्रल टावर, पलविदर सिंह, गगदीप सिंह, मुख्यतियार सिंह, खजान सिंह, भाई गुरदास जी नगर, अमृतसर, उमेश्वर सिंह, रजिदरा पैलेस न्यू दिल्ली, लेखराज रजिदरा पैलेस न्यू दिल्ली, केजेएस बल, 07 फेस मोहाली, केके दत्त, रजिदरा पैलेस न्यू दिल्ली, विनोद कुमार न्यू सब्जी मंडी जीटी रोड फतेहबाद हरियाना, कृष्ण कुमार निवासी धीरपुर, दिल्ली, गुरदीप सिंह किम फार्म हाउस, मानावाला, अमृतवाला के रुप में हुई है। पैसे डबल करने का झांसा देकर ठगा
हरविदर सिंह ने बताया कि साल 2017 में तलवाड़ा में खुली चिटफंड कंपनी जो अपनी अलग-अलग स्कीमों के तहत लोगों से पैसा लेकर कम समय में डबल करके वापस करने के दावे कर रही थी। जिसमें कंडी क्षेत्र के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश के कई लोगों ने पैसे निवेश किए थे। उक्त कंपनी में उसने 53.99 लाख रुपए लगाए थे। परंतु 2018 में कंपनी बंद हो गई। बाद में जब उन्होंने पैसे वापस मांगे तो आरोपित मुकर गए। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी। काफी रकम जमा होने पर पैसे लेकर भाग थे आरोपित
हरविदर ने बताया कि पहले कंपनी के नुमाइंदों ने लोगों को झांसे में लेकर बताया था कि उनकी कपंनी में निवेश करने पर कंपनी अलग-अलग स्कीमों के तहत पैसा निवेश करने वालों का पैसा डबल करके लौटाती है। उनकी कंपनी की ब्याज दर आरबीआइ से भी अधिक है, जिसके चक्कर में लोग फंसते गए और पैसे निवेश करते गए। जब अच्छी खासी रकम जमा हो गई तो वह मौके से फरार हो गए। कई लोगों को कमीशन के चक्कर में फंसाया
यही नहीं कंपनी के मालिकों ने कई लोगों को यह झांसा दिया था कि वह भी पैसे निवेश करें और अपने साथी सज्जनों का पैसा भी निवेश करवाएं। जिस पर उन्हें कमीशन दी जाएगी। कंपनी ने अलग-अलग स्लैब तैयार की थी, जिसमें जो जितना अधिक पैसा निवेश करवाएगा, वह उतनी ही अधिक कमीशन का हकदार होगा। कुछ लोगों ने तो मोटे कमीशन के चक्कर में आकर अपने साथी सज्जनों को पैसे निवेश करवा दिए। उन्हें पता ही नहीं चला कि वह कब उनके चक्कर में फंसते चले गए।
कई इलाकों में फैलाया था जाल
प्राप्त जानकारी के अनुसार कंपनी टांडा के साथ-साथ मुकेरियां, बेगोवाल, भुलत्थ सहित अन्य कस्बों में भी सक्रिय थी। लोगों को डबल पैसे करने का झांसा देकर उन्होंने मोटी रकम जमा की है। फिलहाल सवा करोड़ तक की रकम पर से ही पर्दा उठ पाया है। और कितनी रकम लोगों की कंपनी ने डकार ली है, इसके संबंधी जांच चल रही है। हरविदर सिंह ने बताया कि अब तक 200 के करीब लोग ही सामने आए हैं जिन्होंने पुलिस से संपर्क किया है। कुछ तो ऐसे भी हैं जिनको अभी तक कंपनी के भागने की जानकारी भी शायद नहीं है। कितने लोग ठगे गए हैं, इसके बारे में कुछ भी कह पाना मुश्किल है।