सरकारी स्कूल पलाहड़ में कोरोना की चपेट में आए 12 और विद्यार्थी

लंबे अर्से तक शांत रहने के बाद एक बार फिर से कोरोना की चपेट में लोग आने लगे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 09:53 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 09:53 PM (IST)
सरकारी स्कूल पलाहड़ में कोरोना की चपेट में आए 12 और विद्यार्थी
सरकारी स्कूल पलाहड़ में कोरोना की चपेट में आए 12 और विद्यार्थी

जागरण संवाददाता, होशियारपुर : लंबे अर्से तक शांत रहने के बाद एक बार फिर से कोरोना वायरस सक्रिय होने लगा है। अब, कोरोना ने स्कूलों के बच्चों को अपना निशाना बना रहा है। पिछले दिनों सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल पलाहड़ के तेरह बच्चे कोरोना से पाजिटिव पाए गए थे। उनके संपर्क में आने वाले बारह और विद्यार्थी कोरोना वायरस का शिकार हुए हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग और सकते में आ गया है। एहतियात के तौर पर दस दिन के लिए स्कूल को बंद किया गया है, लेकिन पलाहड़ स्कूल में कोरोना के प्रकोप के बाद अन्य स्कूल प्रबंधकों के माथे पर चिता की लकीरें खींच दी है। क्योंकि कोरोना से पार पाने के लिए स्कूलों में चाकचौबंद प्रबंध करना होगा। चाहे वह शारीरिक दूरी हो या फिर सैनिटाइजर इत्यादि।

ऐसा इसलिए कि क्योंकि अब तक 18 साल से बच्चों में कोरोना वायरस का इंजेक्शन लगा नहीं है। यही खतरे की घंटी है। समय रहते सावधानी न बरतने पर हालात ज्यादा गंभीर हो सकते हैं।

जिले में कुछ इस प्रकार है अभी कोरोना की स्थिति अब तक जिले में कोरोना के कारण कुल 991 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं कोरोना के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 30917 हो गई है। जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डा. परमिदर कौर ने बताया कि शनिवार को कोरोना के 12 और मामले पाजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि 24 घंटों में 1409 सैंपल लिए गए जिसमें 1052 की रिपोर्ट प्राप्त हुई। प्राप्त हुई रिपोर्ट में 12 नए मामले सामने आए हैं। जो पलाहड़ स्कूल के छात्र ही हैं और पहले पाजिटिव आए 13 बच्चों के संपर्क में थे। जिनके सैंपल लिए गए थे। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक कुल 955660 लोगों के सैंपल लिए हैं। लैब से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 927028 सैंपल निगेटिव पाए गए हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या अभी भी 45 है। राहत की बात है कि कुल 29881 मरीज अब तक कोरोना से जंग जीत चुके हैं। अभिभावक भी समझें अपनी जिम्मेदारी

बच्चों को घर से जाते समय मास्क जरुर पहनाकर भेजें। उन्हें सैनिटाइजर का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चों को समझाएं कि वह बिना वजह से मुंह और नाक को हाथ न लगाएं। स्कूल प्रबंधकों को भी होना होगा गंभीर

स्कूल प्रबंधकों को भी गंभीर होना होगा। स्कूल में बच्चों के शारीरिक दूरी का उचित प्रकार से पालन करने की व्यवस्था होनी चाहिए। स्कूल पहुंचने पर बच्चों का बुखार जरूर मापा जाना चाहिए। अगर, कोई बच्चा बुखार अथवा सर्दी खांसी से पीड़ित पाया जाए तो उसके स्कूल आने की मनाही होनी चाहिए। दस दिन के लिए सरकारी स्कूल किया बंद

सिविल सर्जन ने बताया कि कोरोना के मामले आने के कारण सरकारी स्कूल को दस दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि कोरोना फिर से अपना पैर पसारने की कोशिश में है। इसलिए किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें। सेहत विभाग द्वारा जारी सभी नियमों का सख्ती से पालन करें।

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