हाथ मिलाने, साथ खाने से नहीं होता एड्स
मंगलवार को कम्युनिटी सेहत केंद्र के सीनियर मेडिकल अधिकारी डा. लखविदर सिंह अठवाल के नेतृत्व में विश्व एड्स दिवस मनाया गया।
संवाद सहयोगी, कलानौर : मंगलवार को कम्युनिटी सेहत केंद्र के सीनियर मेडिकल अधिकारी डा. लखविदर सिंह अठवाल के नेतृत्व में विश्व एड्स दिवस मनाया गया। इस दौरान डा. अठवाल ने अस्पताल में आए हुए मरीजों व उनके परिजनों को एड्स जैसी नामुराद बीमारी की रोकथाम संबंधी जानकारी की।
अठवाल ने बताया कि एड्स से ग्रस्त व्यक्तियों को इस बीमारी को छिपाने की बजाए इसकी दवाई निरंतर लेनी चाहिए ताकि वह अपने जीवन को अच्छे तरीके से व्यतीत कर सके। सरकारी अस्पताल में एड्स का टेस्ट मुफ्त करने के एआरटी सेंटरों में मुफ्त दवाइयां मुहैया करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि असुरक्षित यौन संबंध, पीड़ित व्यक्ति पर इस्तेमाल किए गए इंजेक्शन लगने से, पीड़ित व्यक्ति का रक्त चढ़ने और पीड़ित मां से जन्म लेने वाले बच्चे को एड्स होने का खतरा बना रहता है। लोगों को इन्हीं कारणों के प्रति जागरूक रहना चाहिए। यह रोग पीड़ित व्यक्ति से हाथ मिलाने, खाना खाने या फिर इकट्ठे रहने से कभी भी नहीं फैलता है। यह सभी धारणाएं गलत हैं। हम सबको पीड़ित व्यक्ति से मिलजुल कर रहना चाहिए।
उन्होंने बताया कि देश में एड्स से पीड़ित व्यक्तियों की संख्या करीब 21 लाख है और सिर्फ 11.5 लाख व्यक्ति ही एंटी रेटरोवाइयरल थैरेपी ले रहे हैं। सरकार ने 2030 तक एड्स को देश में से खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने फील्ड स्टाफ को इसके खिलाफ अधिक से अधिक जागरूकता फैलाने की हिदायत दी। इस मौके पर डा. सुरेश कुमार, डा. कुलदीप सिंह, डा. अंजू, डा. सुखदीप सिंह, डा. भास्कर, डा. विशाल जगगी, डा. गुरविदर सिंह, ब्लाक एजुकेटर नवीन कालिया, सेहत इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह, सेहत इंस्पेक्टर सुखदीप सिंह, सेहत इंस्पेक्टर कुलवंत सिंह, प्रभजीत सिह आदि उपस्थित थे।