श्रमिकों की समस्याओं का हल किया जाए
निर्माण रजिस्टर्ड श्रमिकों के आनलाइन हुए कार्यो को देखने के लिए श्रम विभाग की ओर से रोजाना सैकड़ों मजदूरों को दफ्तर के सामने बिठाकर इंतजार कराया जाता है।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : निर्माण रजिस्टर्ड श्रमिकों के आनलाइन हुए कार्यो को देखने के लिए श्रम विभाग की ओर से रोजाना सैकड़ों मजदूरों को दफ्तर के सामने बिठाकर इंतजार कराया जाता है। सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक रोजाना यह हो रहा है। जबकि होना यह चाहिए कि आनलाइन हुए कार्यो को आनलाइन चेक किया जाए, ताकि श्रमिकों का समय बर्बाद न हो। ये बातें उसारी मिस्त्री मजदूर यूनियन से संबंधित इफ्टू के जिला नेता जोगिदर पाल पनियाड़, सुखदेव, घुराला ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
उन्होंने बताया कि सितंबर 2020 से लेकर अब तक 2021 पिछले चार सालों से श्रमिकों को मिलती सुविधा का लाभ उनके खाते में नहीं आया। इसी तरह 2017 में 60 साल की आयु हद पार कर चुके वर्करों की पेंशनों का एक को भी लाभ नहीं मिला। लाकडाउन के दौरान 2021 में दिए तीन-तीन हजार रुपये से हजारों श्रमिक वंचित रह गए हैं। उन्होंने बताया कि लेबर विभाग की सेवा केंद्र के माध्यम से चल रही साइट बहुत समय से बंद रहती है। मजदूर अपने फार्म लेकर हर समय सेवा केंद्र में चकर लगाकर दिहाड़ी तोड़कर थक हारकर घर में बैठ जाते हैं। सेवा केंद्रों में बैठे स्टाफ को बोर्ड के कानूनों की कोई जानकारी नहीं होती है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मजदूरों के मसलों को ईमानदारी से हल किया जाए नहीं तो वह आनेवाले समय में संघर्ष शुरू करेंगे।