मंडियों में पहुंची गेहूं, खरीद नहीं होने से लगे अंबार
पंजाब सरकार द्वारा दस अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू कर दी गई है।
संवाद सहयोगी, काहनूवान : पंजाब सरकार द्वारा दस अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू कर दी गई है। लेकिन अभी तक मंडियों में खरीद के प्रबंध मुकम्मल नजर नहीं आ रहे। इसकी मिसाल मार्केट कमेटी काहनूवान के अधीन आती मंडियों में गेहूं के लगे अंबारों से मिलती है। दैनिक जागरण की टीम ने मंडियों में जाकर देखा तो भट्टियां फोकल प्वाइंट दाना मंडी में बड़ी संख्या में किसान अपनी फसल बेचने के लिए बैठे थे।
वहां गेहूं के ढेर लगे पड़े हुए थे। कई किसान तो शनिवार से गेहूं लेकर मंडियों में बैठे हुए हैं। लेकिन खरीद एजेंसी का कोई भी अधिकारी मंडियों में नहीं पहुंचा और न ही अभी तक आढ़तियों को गेहूं को भरने के लिए बारदाना मिला है। उधर, आढ़तियों का कहना है कि अभी तक मंडियों में बारदाना नहीं पहुंचा है। इस मौके पर विभिन्न किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा जानबूझ कर पंजाब के किसान व पंजाब सरकार से गेहूं की खरीद व अन्य मंडीकरण के लिए सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। इसका खमियाजा किसानों को भुगतना पड़ेगा। मार्केट कमेटी का दावा-मंडियों में प्रबंध मुकम्मल
मार्केट कमेटी काहनूवान के चेयरमैन जसबीर सिंह ढींढसा का कहना है कि मंडी बोर्ड द्वारा समूह मंडियों में प्रबंध मुकम्मल किए गए हैं। लेकिन खरीद एजेंसियां अभी तक मंडियों से नदारद हैं। उन्होंने कहा कि कुछ मंडियों में लगातार फिर एफसीआइ की खरीद आ गई है, जिसके चलते आढ़तियों में रोष पाया जा रहा है। कोट्स
अभी तक मंडियों में गेहूं की अधिक आमद नहीं हुई है। जैसे- जैसे आढ़तियों की डिमांड आएगी, उसके अनुसार ही मंडियों में बारदाना भेजा जाएगा।
रीत देवी, डीएफएससी।