बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए एसडीएम को दिया ज्ञापन

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने और पीड़ितों को सुरक्षा न्यान और मुआवजा दिलाने के लिए विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल जिला बटाला ने एसडीएम शायरी भंडारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 09:00 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 09:00 AM (IST)
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए एसडीएम को दिया ज्ञापन
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए एसडीएम को दिया ज्ञापन

संवाद सहयोगी, बटाला : बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने और पीड़ितों को सुरक्षा, न्यान और मुआवजा दिलाने के लिए विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल जिला बटाला ने एसडीएम शायरी भंडारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान परिषद के नेताओं ने कहा कि हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में वहां बचे अल्पसंख्यक हिंदू-सिखों के विरुद्ध अत्याचारों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।

एक सप्ताह में बांग्लादेश में तो हद हो गई है। वहां ना तो हिंदुओं की जान बचाई जा सकी और ना ही उनकी बहन-बेटियों की इज्जत। ना मां दुर्गा पूजा के मंडप बचे और ना ही हिंदू मंदिर। मंदिरों में जबरन घुसकर भगवान की मूर्तियों को खंडित करना, उनको बड़ी ही बेरहमी से तोड़ना, छोटी-छोटी बच्चियों से दुष्कर्म, हत्या, लूटपाट, आगजनी जैसा कोई भी काम जिहादियों ने नहीं छोड़ा। जब से अफगानिस्तान पर तालिबान का शासन हुआ है, अन्य पड़ोसी देशों में भी जिहादी आंतकियों के आक्रमण लगातार बढ़े हैं। अकेले दुर्गा पूजा के दौरान बांग्लादेश में 22 से ज्यादा जिलों में हिसा की घटनाएं घट चुकी हैं। हिंदुओं के 150 से ज्यादा दुर्गा पूजा पंडाल अपवित्र कर तहस-नहस कर दिए गए। कितने ही घरों, दुकानों और धर्मस्थलों में हिसा, आगजनी व लूटपाट हुई। इतना सब होने के बावजूद भी बांग्लादेश की सरकार आंखें बंद करके बैठी हुई है। विश्व हिंदू परिषद बांग्लादेश सरकार से मांग करती है कि हिन्दुओं पर हो रहे आक्रमणों तथा अत्याचारों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं। इस मौके पर मुनीष खिदरिया उपाध्यक्ष, हनी मित्तल अमृतसर विभाग सह मंत्री, अनूप आनंद जिला संयोजक बटाला, जिला अध्यक्ष राघव शर्मा, लक्की, अनिल कांसरा, अरुण, अदि आदि मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी