दो की मौत, नौ विद्यार्थियों सहित 70 संक्रमित

जिले में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 07:23 PM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 07:23 PM (IST)
दो की मौत, नौ विद्यार्थियों सहित 70 संक्रमित
दो की मौत, नौ विद्यार्थियों सहित 70 संक्रमित

राजिदर कुमार, गुरदासपुर

जिले में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ रहा है। रविवार को दो लोगों की कोरोना से मौत हो गई है जबकि सीनियर सेकेंडरी हाई स्कूल गाहलड़ी के नौ विद्यार्थियों सहित कुल 70 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव मिली है। जिले में 66 दिनों में 44 विद्यार्थी कोरोना पाजिटिव मिल चुके हैं। उधर, डा. सुनाली का कहना है कि शुक्रवार को उक्त स्कूल के 40 विद्यार्थियों के कोरोना सैंपल लिए गए थे। इनमें से 31 विद्यार्थियों की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है। जबकि नौ की पाजिटिव पाई गई है।

संक्रमित बच्चों को घरों में एकांतवास कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी हरदीप सिंह ने बताया कि स्कूल को सैनिटाइज करवा दिया गया है। वहीं स्टाफ के भी कोरोना सैंपल लिए जा चुके हैं। उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। एडिशनल सिविल सर्जन डा.विजय ने बताया कि जिले में अब तक 398095 लोगों के कोरोना सैंपल लिए जा चुके हैं। इनमें से 382732 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है। जबकि 8096 लोग कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। वहीं 290 लोगों की अब तक कोरोना से मौत भी हो चुकी है। हालांकि 8129 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं। जिले में अब 280 कोरोना के केस एक्टिव हैं।

गौरतलब है कि पंजाब में कोरोना का पहला पाजिटिव केस आठ मार्च यानि आज के दिन ही मिला था। हालांकि कोरोना का केस मिलने के बाद कोई ज्यादा सख्ती तो नहीं देखने को मिली। मगर जब धीरे-धीरे केस बढ़ने लगे तो 23 मार्च को पूरा लाकडाउन कर दिया गया। मगर फिर भी कोरोना के केस नहीं रुके। राज्य में तेजी से बढ़ती कोरोना की लहर गुरदासपुर में भी प्रवेश कर गई। जिले में पहला केस 14 अप्रैल को गांव भैणी पसवाल से मिला, यहां का 60 वर्षीय बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उक्त मरीज कुछ दिन पहले जालंधर के एक अस्पताल में अपने भाई का उपचार करवाने गया था। मरीज के भाई की भी कोरोना से मौत हुई थी। इस बुजुर्ग की भी पाजिटिव पाए जाने के दो तीन दिन बाद मौत हो गई थी। एकाएक कर अप्रैल माह में कोरोना के कुल चार केस पाजिटिव मिले। हालांकि उस समय जिले के अस्पतालों में कोई खास प्रबंध नहीं थे और लोग भी अवेयर नहीं थे। कोरोना का सबसे ज्यादा कहर सितंबर माह में देखने को मिला,क्योंकि इस महीने श्री हजूर साहिब से बहुत संगत जिले में पहुंची। इनमें से बहुत से लोग कोरोना पाजिटिव पाए गए। सितंबर महीने सबसे ज्यादा 3405 लोग कोरोना पाजिटिव मिले। जबकि 97 लोगों की कोरोना से मौत भी हो गई। अब तक सितंबर महीना सबसे ज्यादा भयानक गुजरा है। एक साल के कोरोना के उतार-चढ़ाव

जिले में लाकडाउन के 24 दिनों बाद कोरोना का पहला केस मिलने से स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया था। मरीज के गांव सहित आसपास के पांच-छह गांवों को प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया था। हालांकि अप्रैल में कोरोना के केस भले ही चार मिले हो, मगर सख्ती बहुत कर दी गई। घरों से निकलने पर मनाही, अगर जरूरी काम है तो मुंह पर मास्क पहनकर निकला आदि नियमों को सख्ती से लागू किया गया। फिर मई में कोरोना का ग्राफ बढ़ गया। 148 पाजिटिव व दो लोगों की कोरोना से मौत भी हो गई। सख्ती के बाद भी कुछ लोग प्रशासन को ठेंगा दिखाकर नियमों का उल्लंघना कर रहे थे। जिस कारण केस बढ़ रहे थे। फिर क्या था प्रशासन ने सख्ती और कर दी। जिसका असर भी देखने को मिला। जून महीने कोरोना के मात्र 80 केस ही मिले। यह केस अब तक के सबसे कम थे। मगर जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर महीने को कोरोना का कहर देखने को मिला। हालांकि पहले जिले के अस्पतालों में कोई खास इंतजाम भी नहीं थे। इस कारण जिला प्रशासन व सेहत विभाग को कई चुनौतियों से गुजरना पड़ा। ड्यूटी दे रहे कई फ्रंट लाइन के मुलाजिम भी कोरोना पाजिटिव पाए गए। इस कारण मुलाजिमों के हौसले भी पस्त होते दिखाई देने लगे। जिले में फ्रंट लाइन पर काम करने वाले अब तक छह मुलाजिमों की कोरोना से मौत हो चुकी है। उधर बड़ी संख्या में कोरोना के केस मिलने के बाद अस्पतालों में इंतजाम देखने को मिले। अस्पतालों में कोरोना बढ़ने के चलते आजादी के 73 सालों बाद पहली बार वेंटिलेटर पहुंचे। वहीं पाजिटिव मरीजों के लिए अलग से क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए। अस्पतालों को रोज सैनिटाइज किया जाने लगा। अस्पताल के प्रवेश द्वारों पर सैनिटाइज करने वाली मशीन लगा दी गई। इस कारण हालात सामान्य हो गए थे। इस प्रकार बढ़ा कोरोना का ग्राफ

महीना - पाजिटिव -- ठीक - मौतें

अप्रैल - 4 -- 0 - 1

मई - 148 -- 129 - 2

जून - 80 - 55 - 1

जुलाई - 302 - 142 - 15

अगस्त - 1740 - 1112 - 31

सितंबर - 3405 - 3224 - 97

अक्टूबर -1199 - 1856 - 55

नवंबर - 493 - 485 - 27

दिसंबर - 564 - 540 - 21

जनवरी -251 - 307 - 19

फरवरी -272 - 193 - 16

मार्च - 220 - 79 - 5

अब तक तीन पुलिस मुलाजिमों की कोरोना से मौत

जिले में पुलिस विभाग में एएसआइ के पद पर तैनात तीन लोगों की अब तक कोरोना से मौत हो चुकी है। एक मुलाजिम की तो गत दिन कोरोना से मौत हुई थी। मरने वाले तीनों मुलाजिम कोरोना काल के दौरान दिन रात अपनी सेवाएं देते रहे हैं। अंतत: इनकी कोरोना की चपेट में आने से मौत हो गई। एक दिन में सर्वाधिक 226 लोग मिले थे पाजिटिव

जिले में सितंबर महीने अब तक के सबसे ज्यादा 11 सितंबर को 226 कोरोना पाजिटिव केस मिले थे। वहीं इसी महीने की 15 तारीख को सात लोगों की एक साथ कोरोना से मौत हो गई थी। जबकि सितंबर महीने की नौ तारीख को 203 लोग कोरोना पाजिटिव मिले थे। हालांकि इनसे ज्यादा कोरोना के केस अब तक नहीं मिले हैं। विद्यार्थियों के पाजिटिव मिलने से बढ़ी चिता

जिले में स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लगातार कोरोना की चपेट में आने से जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग की चिता बढ़ती जा रही है। अभिभावक बच्चों को स्कूलों में भेजने से हिचकिचा रहे हैं। पहले के मुकाबले स्कूलों में बच्चों की संख्या कम होती दिखाई दे रही है। हालांकि जिला शिक्षा अधिकारी का दावा है कि स्कूलों में नियमों का पालन करवाया जा रहा है, मगर जिस तरह स्कूलों में विद्यार्थी पाजिटिव मिल रहे हैं, ऐसे में साफ दिखाई दे रहा है कि नियमों की अनदेखी के परिणाम सामने आ रहे हैं।

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