कोरोना से दो की मौत, 139 नए पाजिटिव
जिले में कोरोना विकराल रूप धारण करता जा रहा है।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : जिले में कोरोना विकराल रूप धारण करता जा रहा है। बुधवार को दो लोगों की मौत हो गई जबकि 139 लोग कोरोना पाजिटिव भी मिले हैं। हालांकि 54 लोग ठीक भी हुए हैं। जिले में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 400 पर पहुंच गया है। कोरोना के एक्टिव केस 954 हो गए हैं।
सिविल सर्जन डा. हरभजन ने बताया कि जिले में अब तक 488058 लोगों के कोरोना सैंपल लिए गए हैं। इनमें से 473759 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है। वहीं 12994 लोग कोरोना पाजिटिव मिले हैं जबकि 400 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। हालांकि राहत की खबर है कि 11240 लोग कोरोना से ठीक भी हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को 2462 लोगों के कोरोना सैंपल लिए गए हैं। --6726 लोग पाजिटिव मिले आरटीपीआर के माध्यम से।
--110 लोग पाजिटिव मिले ट्रूनेंट के माध्यम से।
--3490 लोग पाजिटिव मिले एंटिजन से।
--2270 लोग बाहरी जिलों में पाजिटिव मिले।
--1703 लोगों की कोरोना रिपोर्ट अभी पेंडिग हैं। यहां रखे पाजिटिव मरीज
गुरदासपुर -19
बटाला-10
सेंट्रल जेल-15
मिलिट्री अस्पताल-6
बाहरी जिलों में-95
नोट-शेष मरीज घरों में होम क्वारंटाइन किए गए हैं। अधिकारियों को स्कैनिग सेंटरों का दौरा करने के निर्देश
डीसी मोहम्मद इशफाक ने जिले के समूह स्कैन सेंटर वालियांस मेडिकल डाक्टरों, प्राइवेट प्रेक्टिशनर, आरएमपी डाक्टरों व प्राइवेट अस्पताल वालों को सख्त लहजे में कहा कि देखने में आया है कि कोरोना बीमारी से पीड़ितों का इलाज करते हैं, मगर उनकी जानकारी सेहत विभाग के अधिकारियों, सिविल सर्जन या डिप्टी मेडिकल कमिश्नर को मुहैया नहीं करते हैं। इससे बीमारी के बढ़ जाने से पीड़ितों की हालत नाजुक हो जाती है और कई केसों में पीड़ितों की मौत हो जाती है, जो कि बहुत गंभीर विषय है। हिदायतों का पालना सख्ती से करें
सिविल सर्जन डा . हरभजन ने बताया कि जिले में कोविड-19 वैक्सीन लगाने के लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्र मे विशेष प्रयास किए गए हैं। उन्होंने बताया कि सेहत विभाग द्वारा कोविड महामारी के खिलाफ लोगों को जागरुक किया जा रहा है कि जारी हिदायतों का पालन सख्ती से करें। कोरोना बीमारी के लक्ष्ण जैसे बुखार, खांसी, जुकाम, शरीर दर्द आदि होने पर तुरंत अपना कोरोना टेस्ट करवाना चाहिए। जब तक टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव नहीं आती, अपने आपको घर में एकांतवास किया जाए।