साइकिल से सवारी, महिला सशक्तीकरण का संदेश
नारी सशक्तीकरण की मिसाल है बिहार के जिला छपड़ा ग्राम पानापुर की सबिता महतो और उत्तराखंड के जिला उत्तराकाशी ग्राम गौरसाली की श्रुति रावत।
विनय कोछड़, बटाला
नारी सशक्तीकरण की मिसाल है बिहार के जिला छपड़ा, ग्राम पानापुर की सबिता महतो और उत्तराखंड के जिला उत्तराकाशी ग्राम गौरसाली की श्रुति रावत। मंगलवार शाम वाघा सीमा से अपनी-अपनी साइकिल पर देर सायं बटाला पहुंचने पर दोनों बहादुर लड़कियों ने महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए संदेश दिया।
पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड, नेपाल, असम, सिक्किम, परिश्चम-बंगाल से होते हुए पांच हजार सात सौ किलोमीटर का सफर तय करने के बाद इनका अंतिम पड़ाव अरुणाचल प्रदेश होगा। यह सफर तय करने में दोनों को लगभग दो माह का समय लग सकता है। दोनों अपने-अपने पिता को अपनी साहस और जज्बे का श्रेय देती हैं। दोनों पोस्ट ग्रेजुएट कर रही हैं। प्रतिदिन सौ किलोमीटर का सफर तय करने का लक्ष्य रखा है। रास्ते में भूख लगने पर कुछ खाने के बजाय एनर्जिक ड्रिक लेती है। सुबह साढ़े सात बजे से लेकर शाम पांच बजे तक लगातार बिना ब्रेक के साइकिल चालाती हैं। इनके पीछे एक सवार गुरसेवक इन्हें रास्ते के बारे दिशा दिखाते हैं। तीन दिन के भीतर इनका पंजाब पार करके हरियाणा पहुंचने का लक्ष्य है। पंजाब में एक-दो जगह में रुकने की योजना है। मंगलवार को वाघा सीमा से साइकिल पर देर सायं बटाला पहुंचने पर इनका महिला सशक्तीकरण बटाला क्लब की तरफ से भव्य स्वागत किया गया। पांच हजार किलोमीटर का तय करेगी सफर
दोनों साइकिल राइडरों ने बताया कि वे देश में कुल पांच हजार किलोमीटर का सफर तय करेंगी। लगभग सात प्रदेशों से गुजरेंगी। जगह-जगह महिलाओं को देंगी संदेश
दोनों साइकिल राइडर जिन-जिन जगह जाएंगी वहां पर स्थानीय महिला एनजीओ की मदद से नारी सशक्तीकरण का संदेश देंगी। उन्हें बताया जाएगा कि वर्तमान समय में महिलाएं किसी से कम नहीं है। गंगा को प्रदूषित नहीं होने दें
दोनों लड़कियां अखंड हिमालय स्वच्छ हिमालय कर्त्तव्य के बैनर तले लोगों को गंगा को प्रदूषित नहीं होने का ज्ञान भी बांट रही हैं। उनके मुताबिक 75 फीसद पानी गंगा से लोगों तक पहुंच रहा है। जबकि इस पानी को कुछ लोग प्रदूषित कर रहे हैं। बीएसएफ, पंजाब पुलिस की प्रशंसा की
सबिता और श्रुति ने भारत-पाक सीमा में तैनात भारतीय सीमा सुरक्षा बलों और पंजाब पुलिस की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन्होंने उनकी साइकिल राइडिग के दौरान काफी मदद की तथा उन्हें इस कार्य के लिए प्रेरित भी किया। बताया जा रहा है कि जहां-जहां दोनों साइकिल राइडिग करते पहुंची वहां पर पुलिस वालों ने इनका भव्य रूप से स्वागत भी किया।