कैसेट बंद कराने का मंदिर ट्रस्टियों ने किया विरोध
श्री अचलेश्वर मंदिर कार सेवा ट्रस्ट के सेवादारों तथा ट्रस्टियों ने रोष जताते हुए हिदू संगठनों के नेताओं को ट्रस्ट के कार्य में दखलअंदाजी ना करने की हिदायत दी।
संवाद सूत्र, बटाला
श्री अचलेश्वर धाम मंदिर में चढ़ावे की राशि को दान पत्र में डालने के लिए बजाई जा रही कैसेट को विभिन्न हिदू संगठनों द्वारा बंद किए जाने के विरोध में श्री अचलेश्वर मंदिर कार सेवा ट्रस्ट के सेवादारों तथा ट्रस्टियों ने रोष जताते हुए हिदू संगठनों के नेताओं को ट्रस्ट के कार्य में दखलअंदाजी न करने की हिदायत दी। इसी दौरान कुछ ट्रस्टियों ने मंदिर में सेवा कर रहे महंतों पर चढ़ावा चोरी करने के भी आरोप जड़ दिए।
श्री अचलेश्वर मंदिर कार सेवा ट्रस्ट के ट्रस्टी राम मल्होत्रा ने महंतों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह दो बार चढ़ावा से चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़े गए हैं। माननीय उच्च न्यायालय की ओर से जो फैसला श्री अचलेश्वर मंदिर कार सेवा ट्रस्ट के हक में दिया गया है। उसके अंतर्गत केवल श्री अचलेश्वर मंदिर कार सेवा ट्रस्ट को ही चढ़ावे की राशि एकत्रित कर उसे मंदिर के निर्माण के लिए खर्च करने का हक है। उसे ध्यान में रखते हुए विधायक बलविदर सिंह लाडी और शहर के कई गणमान्य व्यक्तियों की हाजिरी में चढ़ावे की राशि में से 60 प्रतिशत ट्रस्ट और 40 प्रतिशत महंतों को देने का वादा किया गया था, जिस पर ट्रस्ट आज भी कायम है, लेकिन कुछ समय के दौरान दो बार चढ़ावे की राशि में से धांधली करते हुए इन महंतों को सेवादारों द्वारा पकड़ा गया है।
श्री अचलेश्वर धाम के सेवादार सनी सेखड़ी ने हिदू संगठनों के विरोध पर हैरानी जताते हुए कहा कि अगर किसी को ट्रस्ट के कार्य से कोई एतराज है, तो वह विरोध जिताने की बजाय उन्हें अपने सुझाव दे ताकि, उन पर अमल किया जा सके। ट्रस्ट के कार्यों में दखलअंदाजी न करें, रही बात चढ़ावे की राशि गोलक में डालने की कैसेट बजने की तो अधिकतर हिदू धार्मिक स्थलों पर ऐसी कैसेट आम चलती रहती हैं, ताकि मंदिर में एकत्रित होने वाली राशि का सही उपयोग हो सके।