पंजाब सरकार की शिक्षक विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष

संवाद सहयोगीगुरदासपुर पंजाब व केंद्र सरकार की सार्वजनिक शिक्षा व अध्यापक विरोधी नीतियों का विरोध करते हुए गवर्नमेंट टीचर्ज यूनियन पंजाब की ओर से दिए निमंत्रण पर राज्य भर के अध्यापकों ने परिवारों समेत मांगों के पोस्टर लगाकर व छतों पर काले झंडे फहराकर रोष व्यक्त किया व नारेबाजी की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 05:10 PM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 05:10 PM (IST)
पंजाब सरकार की शिक्षक विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष
पंजाब सरकार की शिक्षक विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष

संवाद सहयोगी,गुरदासपुर

पंजाब व केंद्र सरकार की सार्वजनिक शिक्षा व अध्यापक विरोधी नीतियों का विरोध करते हुए गवर्नमेंट टीचर्ज यूनियन पंजाब की ओर से दिए निमंत्रण पर राज्य भर के अध्यापकों ने परिवारों समेत मांगों के पोस्टर लगाकर व छतों पर काले झंडे फहराकर रोष व्यक्त किया व नारेबाजी की।

जिला प्रधान कुलदीप पुरेवाल ने कहा कि कोविड-19 महामारी की आड़ में लगातार अध्यापक विरोधी फैसले लिए जा रहे हैं। पटियाला संघर्ष के दौरान सरकार द्वारा अध्यापकों के साथ हुए समझौते को लागू नहीं किया जा रहा। लंबे समय से लटकती मांगों जैसे हर तरह के कच्चे अध्यापक/मुलाजिमों को पक्के करवाने, कंप्यूटर अध्यापक को शिक्षा विभाग में रेगुलर करवाने, विभाग में समाप्त की हजारों पोस्टें बहाल करवाने, नई भर्ती अधीन अध्यापकों, मुलाजिमों के लिए लागू किए जा रहे केंद्रीय वेतन स्केलों को रद करवाने, डीए की बकाया किश्त व पे कमिशन की रिपोर्ट जारी करवाने, पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करवाने, अध्यापकों के मोबाइल भत्ते में की गई कटौती वापस करवाने की मांगों को पूरा करवाने के लिए उन्हें संघर्ष करवाना पड़ा तो वे करेंगे। इस मौके पर मनजीत सिंह, राजेश कुमार, कुलबीर सिंह, हरप्रीत सिंह, ओंकार सिंह, सुभाष चंद्र, विपन कुमार, कुलवंत सिंह, पवन कुमार आदि उपस्थित थे।

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