तेज हवाओं और बूंदाबांदी से मौसम ने बदला मिजाज
शुक्रवार की शाम को मौसम ने एक बार फिर करवट बदला और तेज हवा चलने लगी।
रवि कुमार, गुरदासपुर
शुक्रवार की शाम को मौसम ने एक बार फिर करवट बदला और तेज हवा चलने लगी। इसके बाद बूंदांबांदी शुरू हो गई। इस दौरान शहर के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी बिजली आपूर्ति ठप हो गई। आसमान में घने काले बादल इस तरह से छाए कि शाम साढ़े पांच बजे ही अंधेरा छा गया। मौसम विभाग ने दो दिन मौसम साफ रहने के बाद अगले पांच दिनों तक बादल छाए रहने की संभावना जताई है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले हुई बारिश के बाद से मौसम का मिजाज धीरे-धीरे बदलने लगा था। इससे सुबह और रात के समय हल्की सर्दी का अहसास हो रहा था। रात के समय लोगों को पंखे तक बंद करने पड़ रहे थे और लोग हल्के कंबल लेकर सोने लगे थे। शुक्रवार सुबह आसमान साफ होने की वजह से तेज धूप निकली थी। इसके बाद शाम को अचानक मौसम ने रंग बदला। आसमान में बादल छाने शुरू हो गए। धीरे-धीरे बादल घने होते गए जबकि तेज हवाएं चलने लगी। शाम साढ़े पांच बजे तक बादल इतने घने हो गए थे कि सूर्य की रोशनी इन काले घने बादलों के पार पहुंचना बंद हो गई। इस वजह से अचानक शाम साढ़े पांच बजे ही अंधेरा हो गया।
मौसम के करवट बदलने की वजह से दिन में रात सा नजारा होने की वजह से सड़क पर दौड़ने वाले दोपहिया, चौपहिया वाहनों को अपनी लाइट जलानी पड़ी। यहां तक दुकानदारों के साथ लोगों को घरों की लाइट भी जलानी पड़ गई। काफी देर तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहा। काले बादल और तेज हवाओं चलने से अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री तथा न्यूनतम 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। धूल ने लोगों को किया परेशान
बारिश न होने के चलते सड़कों पर धूल मिट्टी उड़ने से आने जाने वाले राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। धूल की वजह से कई बार तो दोपहिया वाहन चालकों को अपने वाहनों को सड़क पर रोकना पड़ गया। हवाओं के चलने से उड़ने वाली धूल मिट्टी लोगों के घरों तक पहुंच गई। इस कारण लोगों के आंगन में मिट्टी ही मिट्टी देखने को मिली। किसानों की बढ़ी चिता
शाम के समय एकदम से मौसम खराब होने और बूंदाबांदी होने से किसानों की चिता बढ़ गई। गेहूं की लिफ्टिग का काम धीमी गति से होने के चलते खुले आमसान के नीचे मंडियों में अनाज के ढेर लगे हुए है। कुछ किसानों ने बताया कि पहले ही मंडियों में अनाज की लिफ्टिग का काम धीमी गति से चल रहा है। मौसम खराब होने से उन्हें परेशानियों ने घेरा हुआ है।