हिंदू समाज को उनका हक दिलाने के लिए भगवा दल का गठन
प्राचीन शिवाला मियां मिस्त्री मंदिर में विभिन्न हिन्दू संगठनों की विशेष बैठक हुई।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : प्राचीन शिवाला मियां मिस्त्री मंदिर में विभिन्न हिन्दू संगठनों की विशेष बैठक हुई। इसमें शिवसेना पंजाब के शिवसेना पंजाब के राष्ट्रीय चेयरमैन राजीव टंडन, शिवसेना हिन्द के राष्ट्रीय प्रमुख निशांत शर्मा, शिवसेना टकसाली के राष्ट्रीय प्रमुख सुधीर सूरी, राष्ट्रीय प्रधान संजीव घणोली, शिवसेना बाला साहेब ठाकरे के राज्य उपप्रमुख हरविदर सोनी, हिंदू क्रांति दल के राष्ट्रीय प्रमुख मनोज नन्हा विशेष रूप से उपस्थित हुए।
वक्ताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि पंजाब में हिदुओं की स्थिति दिन ब दिन दयनीय होती जा रही है और इसका प्रमुख कारण हिदुओं का वैचारिक रूप से आपसी विभाजन है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के काले दौर में सबसे ज्यादा नुकसान हिदुओं को ही हुआ था, जिसकी भरपाई आजतक नहीं हो पाई है। आज भी हिदुओं को उनका बनता हक लेने के लिए भी संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ता है। वक्ताओं ने कहा कि पंजाब में हिदुओं की स्थिति ये है कि सबसे ज्यादा वोट मिलने पर भी किसी नेता को सिर्फ हिन्दू होने के कारण मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता है। हिदुओं के पूजनीय गौधन की हत्या,तस्करी चरम पर है। किसी फौजी को गुरुद्वारे में बेअदबी के नाम पर सिर्फ इसलिए मार दिया जाता है, क्योंकि वो हिन्दू है। आतंकवाद के दौरान मारे गए लोगों के लिए घोषित 781 करोड़ का मुआवजा सिर्फ इसलिए सरकारों द्वारा जारी नही किया गया क्योंकि वो हिदुओं के सहायतार्थ उपयोग किया जाना था। देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणियां करने का पंजाब में फैशन सा चला हुआ है, जिसकी शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही। मंदिरों की भूमि पर कब्जे हुए पड़े हैं पर हिदुओं की इन विरासतों को अनदेखा कर दिया जाता है। अन्य समुदाय का एक बच्चा अपनी गरीबी की एक वीडियो पोस्ट करता है तो मुख्यमंत्री तक उसकी सहायता करने दौड़ पड़ते हैं पर एक गर्भवती महिला अपने पति की मौत हो जाने पर रास्ते मे खड़े होकर पेट भरने के लिए खाना बेच रही है इसकी वीडियो पोस्ट होती है तो किसी भी सरकारी नुमाइंदे का दिल नहीं पसीजता क्योंकि वो महिला हिन्दू है। सभी नेताओं ने एक आवा•ा में कहा कि अब हिदुओं की आवाज को दबने नहीं दी जाएगी। इसलिए संयुक्त रूप से भगवा दल का गठन किया गया है। जल्दी ही उपरोक्त सभी नेताओं द्वारा हिदुओं की आवाज बुलंद करने के लिए अन्य सभी हिन्दू संगठनों को एक मंच पर इकठ्ठे करने का प्रयास किया जाएगा।