बारिश के कारण गांव मराड़ा में घर की छत गिरी

निकटवर्ती गांव मराड़ा के फोकल प्वाइंट के पास पड़ती कालोनी के लोग आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी भगवान आसरे जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 06:09 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 06:09 PM (IST)
बारिश के कारण गांव मराड़ा में घर की छत गिरी
बारिश के कारण गांव मराड़ा में घर की छत गिरी

संवाद सूत्र, बहरामपुर : निकटवर्ती गांव मराड़ा के फोकल प्वाइंट के पास पड़ती कालोनी के लोग आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी भगवान आसरे जीवन व्यतीत कर रहे हैं। गौरतलब है कि गांव मराड़ा के गरीब परिवारों को 20-25 साल पहले कालोनियां अलाट हुई थीं, जोकि ठेकेदार द्वारा बनाई गई थी। कालोनी निवासी राम लुभाया, राज कुमार ने बताया कि उनको कालोनियां तो अलाट कर दी गई, लेकिन बुनियादी सुविधाएं प्रदान नहीं की गई। इस कालोनी का लेवल सड़क से चार पांच फीट नीचे है। इस कारण जब तेज बारिश होती है तो पानी उनके घरों में घुस जाता है। इस कारण उनके घरों की नींव बैठ गई है। कई घर बारिश के कारण गिर चुके हैं। सीमेंट की छतें खोखली हो चुकी हैं।

आशा रानी पत्नी शलिदर कुमार ने बताया कि सुबह तड़के ही उनके पिछले मकान की छत गिर गई, जिससे उनका काफी नुकसान हो गया है। कालोनी निवासियों ने पंचायत पर आरोप लगाया कि जब चुनाव का समय होता है तो गांव मराड़ा के राजनेता उनको बरगला कर वोट हासिल कर लेते हैं और समय निकल जाने पर उनकी सुध तक नहीं ली जाती। पीड़ित महिला आशा रानी ने बचाया कि छत गिरने संबंधी सरपंच को जानकारी दी है। लेकिन अभी तक कोई भी न तो सरपंच उनकी सुध लेने पहुंचा है और न ही कोई प्रशासनिक अधिकारी। इस कारण गुस्साए गांव के लोगों ने गांव पंचायत व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की है। गांव के लोगों ने मांग की कि गांव का लेवल सड़क के बराबर किया जाए। इस मौके पर किशन चंद, राज कुमार, रूप लाल, रमेश पाल, मुन्ना, अभी, कमल कि शोर आदि उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी