बीएसएफ का दायरा बढ़ने से देश विरोधी तत्व हारेगा

भारत-पाक सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल का दायरा बढ़ाने और उसकी कानूनी शक्तियों को बढ़ाने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद विभिन्न राजनीतिक दल केंद्र सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 04:25 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 04:25 PM (IST)
बीएसएफ का दायरा बढ़ने से देश विरोधी तत्व हारेगा
बीएसएफ का दायरा बढ़ने से देश विरोधी तत्व हारेगा

संवाद सहयोगी, कलानौर : भारत-पाक सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल का दायरा बढ़ाने और उसकी कानूनी शक्तियों को बढ़ाने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद विभिन्न राजनीतिक दल केंद्र सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं। लेकिन सीमावर्ती क्षेत्र के सेवानिवृत्त सैनिकों व समाज सेवकों ने केंद्र सरकार के इस फैसले की सराहना की है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ की शक्तियों से राष्ट्र विरोधी तत्वों पर अंकुश लगेगा। बीएसएफ का दायरा बढ़ाना सराहनीय कदम : केवल

केवल कृष्ण लोक सेवा समिति पंजाब के महामंत्री ने कहा कि भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ की सीमा को 15 किमी से बढ़ाकर 50 किमी करना केंद्र सरकार का एक सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि भारतीय सीमा पर राष्ट्र विरोधी तत्व ड्रोन, नकली मुद्रा, हेरोइन की खेप और हथियारों की तस्करी करने की कोशिश करते हैं, जहां बीएसएफ जवानों द्वारा इन प्रयासों को विफल किया जा रहा है। अगर रेंज 15 किमी के बजाय 50 किमी होती है तो बीएसएफ असली तस्करों तक जल्दी पहुंच पाएगी और उनके खिलाफ मामला दर्ज करके ड्रग तस्करों को पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि बीएसएफ को राष्ट्रविरोधी तत्वों की जांच कर उनकी संपत्तियों को जब्त करने का अधिकार दिया जाए। बीएसएफ सतर्कता से ड्यूटी करने में सक्षम : संतोख सिंह

सीमा सुरक्षा बल के सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर संतोख सिंह खुशीपुर ने कहा कि जहां बीएसएफ जवान पहले से ही सीमा पर सख्त ड्यूटी कर रहे हैं, वहीं केंद्र सरकार ने भी बीएसएफ जवानों की सीमा का दायरा बढ़ाना एक सराहनीय फैसला है। बीएसएफ जवान पूरी सतर्कता के साथ अपनी ड्यूटी करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के अलावा राजनीतिक दलों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, धार्मिक संगठनों, सीमावर्ती गांवों के लोगों, पुलिस और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों को भी देश की सीमाओं की रक्षा करने और राष्ट्रविरोधी तत्वों को जड़ से उखाड़ने में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा और युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए हम सभी को एकजुट होने की जरूरत है। केवल सीमा सुरक्षा की ही जिम्मेदारी बीएसएफ को दी जाए : सूबेदार मेजर बसंत सिंह

सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर बसंत सिंह ने कहा कि केवल सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ को ही दी जाए। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में सीमा पर पाकिस्तानी तस्करों द्वारा समय-समय पर पाकिस्तानी ड्रोन और नशीले पदार्थो की बड़ी खेप भारत भेजने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब की युवा पीढ़ी नशीले पदार्थो के खतरे का शिकार हो रही है। पाकिस्तानी तस्करों द्वारा नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल चौकस है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ को 50 किलोमीटर का दायरा देने से सीमा पर सुरक्षा के साथ सीमा की पकड़ कमजोर हो सकती है। बीएसएफ का दायरा बढ़ाने से नशे पर अंकुश लगेगा : नरेंद्र विज

देश की सीमाओं की सुरक्षा को देखते हुए बीएसएफ की सीमा को 50 किमी तक बढ़ाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले से भारत में मादक पदार्थो के खतरे पर अंकुश लगेगा। यह बात भाजपा नेता नरेंद्र विज नीति ने कही। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ ने ड्रग्स और अन्य गैर-सामान को जब्त करने में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के दायरा बढ़ाने के बाद बीएसएफ भारतीय पक्ष में राष्ट्र विरोधी तत्वों पर नकेल कसेगी, जिससे नशीली दवाओं की समस्या समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को नशा मुक्त बनाने के लिए हमें नशा रोकने में अपना सहयोग देना होगा।

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