छप्पड़ में फैली गंदगी को लेकर रोष जताया

गांव दुल्लोआना में छप्पड़ में गंदगी के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 09:00 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 09:00 AM (IST)
छप्पड़ में फैली गंदगी को लेकर रोष जताया
छप्पड़ में फैली गंदगी को लेकर रोष जताया

संवाद सहयोगी, काहनूवान : गांव दुल्लोआना में छप्पड़ में गंदगी के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने एकत्रित होकर विरोध किया कि उनके गांव में गंदे पानी की निकासी के लिए जो छप्पड़ छोड़ा गया है वह करीब दो एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। सफाई के अभाव में छप्पड़ की स्थिति दशकों से दयनीय बनी हुई है।

छप्पड़ का क्षेत्र अनावश्यक पेड़ों, मातम और झाड़ियों से आच्छादित था। इसमें सांप और तरह-तरह के जहरीले कीड़े उग रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह छप्पड़ उनके घरों के बीच में स्थित है। नतीजतन, सांप और अन्य जहरीले जंगली कीड़े और जानवर उनके घरों में प्रवेश करते हैं। छप्पड़ की गंदगी से आसपास के घरों में काफी दुर्गध आती है। यहां मच्छरों के प्रकोप से गांव के लोग तेज बुखार और डेंगू जैसी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। उन्हें आशंका है कि ऐसी स्थिति में गांव में कोई जानलेवा बीमारी फैल सकती है। इसकी शिकायत उन्होंने पंचायत के माध्यम से बीडीपीओ धारीवाल से भी की थी, लेकिन छप्पड़ की मरम्मत के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए उनकी मांग है कि छप्पड़ क्षेत्र के अवैध कब्जे को समाप्त कर सफाई कराई जाए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो वे विरोध करने को मजबूर होंगे। प्रदर्शनकारियों में मंजीत कौर, कुलवंत कौर, दलजीत कौर, हरजीत कौर, कंवलजीत कौर, कश्मीर कौर, बलबीर कौर, माया कौर, सरबजीत सिंह, बलकार सिंह, गुरमीत कौर, नरिदर कौर, कुलदीप सिंह, सरूप सिंह, सेवक सिंह, पूर्ण सिंह, सतनाम सिंह, जसवंत सिंह आदि उपस्थित थे। प्राथमिकता के आधार पर करवाई जा रही है छप्पड़ों की सफाई : बीडीपीओ

उधर, बीडीपीओ धारीवाल किरणदीप कौर से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि पंचायतों द्वारा प्राथमिकता के आधार पर गांवों के छप्पड़ों की सफाई की जा रही है। उन्होंने कुछ दिन पहले ब्लाक धारीवाल में कार्यभार संभाला है। वे व्यक्तिगत रूप से ग्रामीणों की दुर्दशा का पता लगाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे प्लास्टिक के लिफाफों का उपयोग न करें जो गांवों में प्रदूषण का मुख्य कारण हैं।

chat bot
आपका साथी