खाली बैठी रही टीम, टीके लगवाने नहीं पहुंचे लोग
कोरोना के टीके को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में अभी भी भ्रम और डर कायम है।
शमशेर मिन्हस, बहरामपुर
कोरोना के टीके को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में अभी भी भ्रम और डर कायम है। मंगलवार को भारत-पाक सीमा पर सटे रावी दरिया पार बसे सात गांवों में रहते लगभग चार हजार लोगों को कोरोना के टीके लगाने और संदिग्ध लोगों के सैंपल लेने के लिए सेहत विभाग की टीम गई थी। कर्मचारी गांव तूर में बने सेंटर में पहुंचे और ग्राम पंचायत के सरपंचों के माध्यम से लोगों को टीके लगाने और सैंपलिग करवाने के लिए बुलाया। मगर सेहत विभाग की टीम को देखकर मानों लोग अपने घरों में घुस गए। इस कैंप में केवल 18 लोगों ने ही टीका लगवाया जबकि आठ लोग ही सैंपलिग करवाने के लिए आए। दो घंटे सेंटर में खाली बैठने के बाद कर्मचारी वापस लौट गए।
सेहत विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि वे मंगलवार को गुरदासपुर के सरहदी भारत-पाक बार्डर से सटे रावी दरिया के पार बसे सात गांव तूर, भरियाल, चेबे, मम्मी चकरंजा, लसियान, कुकर, कजले के लोगों का टीकाकरण करने पहुंचे थे। लेकिन गांव के ज्यादातर लोग सेहत विभाग की टीमों को सहयोग नहीं कर रहे। वे पहले भी यहां पर तीन कैंप लगा चुके हैं। हर बार लोग अपने घरों से नहीं निकलते। इतने लोग बसे होने के बावजूद भी मात्र अब तक दरिया पार बसे इन गांवों के 165 लोगों ने ही टीकाकरण करवाया है। ऐसे में वे परेशान हो रहे हैं। उन्हें बार-बार इस गर्मी में दरिया पार होकर टीकाकरण करने के लिए आना पड़ता है, लेकिन लोग टीके ही नहीं लगा रहे। कई लोगों को समझाया भी, लेकिन कोई असर नहीं हो रहा। ऐसे तो महामारी खत्म नहीं होगी : डा. अरविंद
जिला टीकाकरण अधिकारी डा. अरविद मनचंदा का कहना है कि महामारी की रोकथाम के लिए टीकाकरण जरूर करवाएं। ऐसे अगर लोग लापरवाही दिखाएंगे तो महामारी खत्म नहीं होगी। उन्होंने कहा कि गांवों के लोगों में जागरूकता की कमी है। सरपंचों को जागरुकता फैलाने के लिए बोला गया है। वहीं सेहत टीमें भी लोगों को जागरूक कर रही हैं। उधर, सिविल सर्जन डा. हरभजन राम मांडी का कहना है कि कोरोना को खत्म करने के लिए लोग सेहत टीमों का सहयोग करें। सरपंच बोले-लोगों में डर का माहौल, जागरूक किया जा रहा है
सरपंच रूप लाल, गुरनाम ने बताया कि सेहत टीम के निर्देशों पर उनकी ओर से गांव के लोगों को महामारी की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन व सैंपलिग करवाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों में डर का माहौल है। इसको दूर करने के लिए वे लगातार प्रयास कर रहे हैं।