बस स्टैंड बंद करके कर्मचारियों ने धरना दिया
मांगों को लेकर पंजाब रोडवेज/पनबस कांट्रेक्ट वर्कर्ज यूनियन पंजाब और पीआरटीसी के कचे मुलाजिमों की कमेटी द्वारा दिए प्रोग्राम के अनुसार 4 घंटे बस स्टैंड बंद करके धरना लगाकर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।
संवाद सहयोगी, बटाला : मांगों को लेकर पंजाब रोडवेज/पनबस कांट्रेक्ट वर्कर्ज यूनियन पंजाब और पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिमों की कमेटी द्वारा दिए प्रोग्राम के अनुसार 4 घंटे बस स्टैंड बंद करके धरना लगाकर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इस दौरान मुलाजिमों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शन के दौरान संबोधन करते राज्य जनरल सचिव बलजीत सिंह, डिपो प्रधान परमजीत सिंह कोहाड़, सेक्रेटरी जगदीप सिंह दालम ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा साढ़े 4 बीत जाने के बावजूद कच्चे मुलाजिमों का कोई हल नहीं किया गया। सरकार अपनी झूठी लड़ाई दिखाकर पंजाब की जनता के साथ धोखा करके 2022 में सरकार बनाने की ताक में है। उन्होंने कहा कि कमाई वाले विभाग पनबस और पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिमों द्वारा जब भी हड़ताल की जाती है तो मीटिग में मंत्री द्वारा बड़ी-बड़ी बातें करके आश्वासन के अलावा कुछ नहीं किया जाता। पिछले दिनों हड़ताल में पटियाला प्रशासन द्वारा दी मीटिग पंजाब भवन में ट्रांसपोर्ट मंत्री पंजाब से हुई, जिसमें मंत्री द्वारा यूनियन को 10 दिन में प्रपोजल बनाकर देने के लिए कहा था। अब प्रपोजल बनाकर 12 जुलाई 2021 को सेक्रेटरी स्टेट ट्रांसपोर्ट पंजाब को सेक्रेट्रिएट में रसीव करवा दी गई थी और फैसले के अनुसार 14 दिन 26 जुलाई को पूरे हो चुके हैं, लेकिन बदकिस्मती है कि कैप्टन सरकार की तरह उनके मंत्री भी मुलाजिमों के साथ किए वादे को पूरा करने की ओर ध्यान नहीं दे रहे। इस मौके पंडित प्रदीप शर्मा ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने हल ना निकाला तो पनबस और पीआरटीसी के समूह कर्मचारी 9-10-11 अगस्त को तीन दिवसीय हड़ताल करेंगे और अगर फिर भी हल ना निकला तो यह हड़ताल अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगी। 4 अगस्त की पनबस और पीआरटीसी के मुलाजिम शामिल होकर बस स्टैंड बंद करके पंजाब सरकार का पुतला जलाएंगे। इस मौके डिपो सरपरस्त रछपाल सिंह, सेंटर बॉडी से प्रदीप कुमार, डिपो चेयरमैन रजिदर गोराया, उप प्रधान गौरव कुमार, जनरल सचिव जगदीप दालम, कैशियर जगरुप सिंह, प्रैस सचिव राजबीर सिंह, प्रगट सिंह, हरपाल सिंह, मुख्य सलाहकार सतनाम सिंह, अवतार सिंह, रमन कुमार, बलजिदर सिंह, सुरिदर सिंह, हरदेव सिंह, कुलविदर सिंह, मनजीत सिंह आदि मौजूद थे।