फिश पार्क की सुंदरता को लगा ग्रहण, फैली गंदगी
राज्य सरकार की ओर फिश पार्क को सुंदर बनाने के लिए लाखों रुपये खर्च किए गए हैं लेकिन कुछ लोगों की लापरवाही से शहर के एकमात्र फिश पार्क में इन दिनों गंदगी का राज है।
बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर
राज्य सरकार की ओर फिश पार्क को सुंदर बनाने के लिए लाखों रुपये खर्च किए गए हैं, लेकिन कुछ लोगों की लापरवाही से शहर के एकमात्र फिश पार्क में इन दिनों गंदगी का राज है। इसी तरह बारिश से झूलों के नीचे पानी भर गया है। इससे रविवार को पार्क में खेलने के लिए आने वाले छोटे बच्चों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ता है। हालांकि बारिश की पानी की वजह से झूलों के नीचे कीचड़ भी आ चुका है, जिससे बच्चों के कपड़े गंदे हो जाते हैं। इसी किसी कारण अभिभावक अपने बच्चों को पार्क में ले जाने से परहेज कर रहे हैं।
गौर हो कि गत कुछ दिन पहले हुई तेज बारिश और आंधी की वजह से फिश पार्क के अंदर पेड़ गिरने से भले ही कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन दो सप्ताह बीत जाने के बावजूद भी पेड़ को उठाने के लिए संबंधित विभाग की ओर से कोई जहमत नहीं उठाई गई। इससे गिरा हुआ पेड़ पार्क की सुंदरता पर ग्रहण लगा रहा है। गुरदासपुर का फिश पार्क एकमात्र सिटी का ऐसा पार्क है, जिसकी सुंदरता की वजह से शाम के समय में लोग यहां पर हजारों की तादाद में सैर करने खेलने के लिए आते हैं। वहीं कुछ परिवार अपने बच्चों के साथ भी पार्क के अंदर तस्वीरें खिचवाने व अन्य कार्य के लिए आते हैं। सुंदर पार्क होने की वजह से पार्क में फैली गंदगी भी एकदम से ही सबको दिखाई देने लगती है। इसके चलते पार्क में आने वाले वृद्ध बुजुर्गो ने नगर कौंसिल के प्रधान कार्यक्रम अधिकारी से मांग करते हुए कहा कि सफाई व्यवस्था को लेकर नगर कौंसिल में होर्डिग लगाए जाएं और लोगों को जागरूक किया जाए। पार्क में गंदगी फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का प्रावधान भी होना चाहिए। दूध, लस्सी अन्य पदार्थ जगह-जगह फेंके हुए
फिश पार्क के अंदर दूध, लस्सी व खाद्य पदार्थ बेचने के लिए एक दुकान चलाई जा रही है। हालांकि दुकानदार लोगों को लस्सी, दूध पीने के बाद उसके पैकेट को डस्टबिन में फेंकने की दुहाई देते हैं, लेकिन इसके बावजूद इसके लोग सामान खरीदने के बाद इसे जगह-जगह फेंक देते हैं। इससे गंदगी का आलम बरकरार है। कोट्स
लोगों को पार्क में गंदगी नहीं फैलानी चाहिए। नगर कौंसिल की ओर से पार्क के अंदर कूड़ा दान लगाए गए हैं, उनमें कूड़ा डालें। कूड़ादान लगाने के बावजूद भी लोग जगह-जगह कूड़ा फेंक देते हैं, जो गलत है।
-बलजीत सिंह पाहड़ा, प्रधान, नगर कौंसिल।