शहीद मनदीप सिंह की कुर्बानी को देश लंबे समय तक याद रखेगा : मुख्यमंत्री

बीते 11 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर के सुरनकोट क्षेत्र में तलाशी अभियान के तहत पाक प्रशिक्षित आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहादत का जाम पीने वाले नायक मनदीप सिंह 16 राष्ट्रीय राइफल्स युनिट (11 सिख) की अंतिम अरदास समागम मौके मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी विशेष तौर पर शहीद के गांव चट्ठा में पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 05:59 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 05:59 PM (IST)
शहीद मनदीप सिंह की कुर्बानी को देश लंबे समय तक याद रखेगा : मुख्यमंत्री
शहीद मनदीप सिंह की कुर्बानी को देश लंबे समय तक याद रखेगा : मुख्यमंत्री

संवाद सहयोगी, बटाला : बीते 11 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर के सुरनकोट क्षेत्र में तलाशी अभियान के तहत पाक प्रशिक्षित आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहादत का जाम पीने वाले नायक मनदीप सिंह 16 राष्ट्रीय राइफल्स युनिट (11 सिख) की अंतिम अरदास समागम मौके मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी विशेष तौर पर शहीद के गांव चट्ठा में पहुंचे। इस मौके पर पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह, कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिदर सिंह बाजवा, विधायक इंदरबीर सिंह बुलारिया, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविदर विक्की, डीसी मोहम्मद इशफाक, रक्षा सेवाएं भलाई विभाग पंजाब के डायरेक्टर ब्रिगेडियर सतिदर सिंह औलख, एसएसपी बटाला मुखविदर सिंह सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने शहीद मनदीप सिंह की तस्वीर पर फूल भेंट करते हुए श्रद्धांजलि भेंट की।

मुख्यमंत्री ने शहीद की पत्नी मनदीप कौर, मां मंजीत कौर, भाई जगरूप सिंह व गुरपिदर सिंह के साथ गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में पंजाब सरकार शहीद परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि शहीद मनदीप सिंह की कुर्बानी को देश लंबे समय तक याद रखेगा। उन्होंने कहा कि वे अपने शहीद जवान को वापस तो नहीं ला सकते, मगर शहीद परिवार का मनोबल बढ़ाने हेतु पंजाब सरकार की ओर से 50 लाख रुपये की एक्सग्रेशिया ग्रांट भेंट की जाएगी। उसमें से पांच लाख रुपये का चेक उन्होंने मौके पर शहीद परिवार को भेंट किया तथा उन्होंने कहा कि शहीद की पत्नी को योग्यता के अनुसार सरकार नौकरी भी देगी। उन्होंने कहा कि शहीद मनदीप सिंह एक बहादुर सैनिक होने के साथ-साथ आला दर्जे का फुटबाल का खिलाड़ी था, इसलिए गांव में उनके नाम पर स्टेडियम व दस लाख रुपये की लागत से एक यादगारी गेट बनाया जाएगा। इसकी राशि पंचायत को भेंट कर दी गई है। उन्होंने शहीद के 50 दिन के बेटे को गोद में लेकर दुलार दिया। मुख्यमंत्री चन्नी ने गुरु ग्रंथ साहिब जी को माथा टेकने के बाद परिजनों से अपना दुख सांझा किया।

मुख्यमंत्री ने शहीद मनदीप सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि शहीदों की चिताओं पर लगेंगे मेले, वतन पे मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा। उन्होंने कहा कि एक सैनिक अपनी जान हथेली पर लेकर ईमानदारी और जज्बे के साथ देश की सुरक्षा करने के लिए ही सेना में जाता है। वे देश के समूह सैनिकों की कद्र करते हैं और उनके शौर्य को सैल्यूट करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे वीर सैनिक जिन कठिन परिस्थितियों में देश की एकता, अखंडता व आजादी की गरिमा को बहाल रखने के लिए सरहदों पर लड़ते हुए अपने बलिदान दे रहे हैं, उनके अदम्य साहस व शूरवीरता के समक्ष समूचा राष्ट्र नतमस्तक है।

इस अवसर पर विधानसभा स्पीकर राणा केपी सिंह व कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिदर सिंह बाजवा ने भी शहीद के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि शहीद मनदीप का बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। इस मौके पर डीसी मोहम्मद इशफाक, एसडीएम बटाला शायरी भंडारी, एसडीएम गुरदासपुर, एक्सईएन बलदेव सिंह पंजाब मंडी बोर्ड आदि समेत पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। बेटे मनताज ने शहीद पिता को सैल्यूट कर किया नमन

शहीद मनदीप सिंह के चार साल के बेटे मनताज ने जब शहीद पिता को सैल्यूट कर नमन किया तो वहां पर मौजूद हर आंख नम हो गई। उसने कहा कि वह भी अपने पापा की तरह सैनिक बनकर देश सेवा करेगा। पत्नी बोली-दोनों बेटों को भी फौज में भेजूंगी

शहीद मनदीप सिंह की पत्नी मनदीप कौर ने कहा कि उसे अपने पति के जाने का दुख तो बहुत है, मगर उनकी शहादत पर गर्व भी है। उन्होंने कहा कि वे अपने दोनों बेटों को फौज में भर्ती करवा कर अपने शहीद पति के सपने को साकार करेगी। इन्होंने भी भेंट की श्रद्धांजलि

इस अवसर पर 11 गड़वाल यूनिट के कर्नल जगदीप सिंह, शहीद का भाई हवलदार जगरूप सिंह व गुरपिदर सिंह, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा के महासचिव कुंवर रविदर सिंह विक्की, सूबेदार नीरज सिंह, शहीद की यूनिट 11 सिख के नायक लखविदर सिंह, नायक सरुप सिंह, हरपिदर सिंह, सिपाही नवप्रीत सिंह, गुरमुख सिंह बाजवा, सुखजीत सिंह, गुरविदर सिंह शामपुर, सूबेदार मेजर एसपी घेसल, शहीद मनिदर सिंह के पिता सतपाल अत्तरी, शहीद जतिदर कुमार के पिता राजेश कुमार, शहीद मनिदर सिंह की पत्नी नायब तहसीलदार अकविदर कौर, शहीद सिपाही लवप्रीत सिंह के पिता जसविदर सिंह, लांसनायक संदीप सिंह शौर्यचक्र के पिता जगदेव सिंह, जिला रक्षा सेवाएं भलाई विभाग के सुपरिंटेंडेंट ठाकुर सुदेश कुमार, फील्ड अफसर मेजर सिंह व जगदीश सिंह, शहीद के चचेरे भाई गुरविदर सिंह, पूर्व चेयरमैन बलविदर सिंह कोटलाबामा, चेयरमैन मार्केट कमेटी गुरदासपुर ओंकार सिंह लाटी, चेयरमैन राजिदर सिंह सरूपवाली बटाला आदि ने श्रद्धांजलि भेंट की। अंतिम अरदास के वक्त भाई हरप्रीत सिंह भालोवाली और भाई सतनाम सिंह हजूरी रागी दरबार साहिब की तरफ से गुरबानी का वैरागमयी कीर्तन किया गया।

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