मोचपुर में 42 हजार लीटर लाहन बरामद, तस्कर फरार

आबकारी विभाग की टीम ने शुक्रवार को पुलिस की टीम के साथ मिलकर गांव मोचपुर में छापेमारी की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 05:09 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 05:09 PM (IST)
मोचपुर में 42 हजार लीटर लाहन बरामद, तस्कर फरार
मोचपुर में 42 हजार लीटर लाहन बरामद, तस्कर फरार

जासं, गुरदासपुर : आबकारी विभाग की टीम ने शुक्रवार को पुलिस की टीम के साथ मिलकर गांव मोचपुर में छापेमारी की। छह घंटे की गई छापेमारी के दौरान अज्ञात जगहों से 42 हजार लीटर लाहन बरामद की गई। इसके साथ ही लाहन को बनाने और रखने में प्रयोग किए जाने वाले बर्तन भी बरामद किए गए। हालांकि कोई तस्कर टीम के हाथ नहीं आया।

एक्साइज विभाग के इंस्पेक्टर अजय शर्मा ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर शुक्रवार सुबह नौ बजे से लेकर दोपहर तीन बजे तक गांव मोचपुर में तलाशी अभियान चलाया गया। इस दौरान 25 तिरपालों में रखी 40 हजार लीटर लाहन बरामद की गई। इसके अतिरिक्त लोहे के ड्रम में रखी दो हजार किलो लाहन बरामद हुई। करीब आठ लोहे के पीपे (बर्तन) बरामद किए गए हैं। बरामद किए हुए सामान को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। हालांकि इस दौरान तस्कर मौके से भागने में कामयाब हो गए। ईटीओ राजिदर तंवर का कहना है कि लगातार सरकार के दिशा निर्देशों पर ब्यास दरिया के उस पार तस्करों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए विभाग की ओर से इंस्पेक्टर के नेतृत्व पर आधारित टीम लगातार रेड कर रही है।

मोचपुर में थम नहीं रहा अवैध शराब की तस्करी का धंधा

बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर

ब्यास दरिया के उस पार बैठे तस्कर अवैध शराब का धंधा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। एक्साइज विभाग की ओर से लगातार इन तस्करों को पकड़ने के लिए कार्रवाई भी की जा रही है, लेकिन इसके बावजूद भी उनके हाथ निराशा ही लग रही है। हालांकि विभाग इन तस्करों का सारा सामान नष्ट कर देता है, लेकिन अगले ही दिन ये लोग दोबारा से अवैध शराब का धंधा करना शुरू कर देते हैं। राज्य सरकार की ओर से अभी तक इस गांव में तस्करी को खत्म करने के लिए कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया है। उधर, एक्साइज विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ब्यास दरिया बीच में आने के कारण तस्कर दूरी से ही उन्हें देख लेते हैं और वहां से बच कर निकल जाते हैं। वे मौके पर पुलिस टीम के साथ पहुंचकर शराब बनाने वाले सामान को नष्ट कर देते हैं, लेकिन तस्कर हाथ नहीं आते हैं।

राज्य सरकार की ओर से एक्साइज विभाग की मांग पर उन्हें दरिया के उस पार रेड करने के लिए खुद की किश्ती व खुद का मल्हार मुहैया करवाया गया है। ब्यास दरिया के उस पार जगह-जगह पर गड्ढों में शराब रखी जाती है। एक्साइज विभाग की टीम मिलकर पुलिस के साथ मिलकर पूरे दरिया के साथ लगते इलाकों में तलाशी अभियान चलाती है। इसके बाद वहां पर जिस जगह पर शराब मिलती है उसे मौके पर ही नष्ट कर दिया जाता है। शराब निकालने के लिए प्रयोग किए गए सामान को जब्त कर लिया जाता है। अब तक विभाग ने मारे 100 से अधिक छापे

एक्साइज विभाग की ओर से 2021 में जनवरी से लेकर अब तक करीब 100 से अधिक बार पुलिस टीम के साथ मिलकर मुहिम चलाई गई है। इसमें कई बार तस्करों को ब्यास दरिया के उस पार खदेड़ा गया है। तस्कर इतने शातिर होते हैं कि विभाग की टीम को पहले से ही देख लेते हैं और मौके से भाग जाते हैं। एक्साइज विभाग की टीम ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाती है।

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