धान की फसल पीली होने से काश्तकार चितित

कस्बे के अधीन आते अलग-अलग गांवों में धान की फसल पीली पड़ने से किसान चितित हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 03:09 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 03:09 PM (IST)
धान की फसल पीली होने से काश्तकार चितित
धान की फसल पीली होने से काश्तकार चितित

संवाद सहयोगी, कलानौर : कस्बे के अधीन आते अलग-अलग गांवों में धान की फसल पीली पड़ने से किसान चितित हैं। किसान सरूप सिंह, हरजीत सिंह काहलों, मक्खन सिंह, बलदेव सिंह, मेजर सिंह आदि ने बताया कि अधिक पैसे खर्च कर धान की फसल की रोपाई की थी। मगर अब फसल के पत्ते पीले पड़ने के बदा धान की फसल का विकास थम गया है।

किसान सरूप सिंह ने बताया कि उसने अपने खेतो में देसी रुड़ी प्रति एकड़ 12 ट्रालियां डालने के अलावा धान की फसल को दो बोरी यूरिया, एक बोरी डाया, एक बोरी सुपर व आधी बोरी पौटाश डाली हुई है। मगर इसके बावजूद भी धान की फसल दिनों दिन पीली पड़ती जा रही है। धान की फसल पीली होने से पौधो का विकास नहीं हो रहा है। यदि इसी तरह रहा तो उनकी फसल प्रभावित हो सकती है। उधर, कृषि विशेषज्ञ जोबनजीत सिंह खेहरा का कहना है कि धान के पत्ते पीले होने संबंधी रिपोर्ट मिल रही है। किसान कृषि माहिरों की सलाह अनुसार ही स्प्रे करें। धान के पत्ते पीले होने का कारण लोहे की कमी भी हो सकता है। इसके लिए किसान थैरम सलफेट एक किलोटर 100 लीटर पानी में तीन सप्ताग लगातार स्प्रे करें और जिक की कमी पूरी करने के लिए 25 किलो जिक सलफेट कद्दू के दौरान खेतों में डालें।

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