पेटेंट फ्री कोरोना टीकाकरण के हक में उठाई आवाज
स्वदेशी जागरण मंच बटाला की ओर से पेटेंट फ्री कोरोना टीकाकरण व दवाओं के हक में प्रदर्शन किया गया।
संवाद सहयोगी, बटाला : स्वदेशी जागरण मंच बटाला की ओर से पेटेंट फ्री कोरोना टीकाकरण व दवाओं के हक में प्रदर्शन किया गया। लव कुश चौक खजूरी गेट बटाला में रविवार को स्वदेशी जागरण मंच के जिला संयोजक दीपक वर्मा की अध्यक्षता में हुए विरोध प्रदर्शन में धर्म जागरण के पूर्व विधि प्रमुख एडवोकेट आशुतोष, सेवा भारती बटाला के नगर संयोजक अनिल गुप्ता खोसला स्टोर के मालिक दिनेश खोसला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख सुमित भारद्वाज, कृष्ण महाजन, डा. मनोज नैयर विशेष रूप से शामिल हुए।
स्वदेशी जागरण मंच के अमृतसर विभाग संयोजक संदीप सलहोत्रा ने बताया कि विश्व में कुछ बड़ी कंपनियां कोरोना दवाओं का पेटेंट करवाने के चक्कर में है। उनकी कोशिश है कि कोरोना से संबंधित टीके और दवाओं का पेटेंट करवाकर इसके अधिकार अपने पास सुरक्षित रख लिए जाएं और इनके व्यापार से भारी मुनाफा कमाया जाए। स्वदेशी जागरण मंच ने विश्व व्यापार संगठन और डब्ल्यूएचओ से अपील की है कि किसी भी कंपनी को इन दवाओं के पेटेंट की इजाजत ना दी जाए। अगर कुछ कंपनियां इन दवाओं का पेटेंट प्राप्त कर लेती है तो इसके फलस्वरूप इन दवाओं की कीमत भारी भरकम बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच चाहता है कि दुनिया में रहने वाले प्रत्येक मनुष्य को करोना संबंधित दवाई बिना किसी भेदभाव और बिना किसी खर्चे के प्राप्त हो। इस अवसर पर मानिक, नगर संयोजक कमलदीप लकी, सह जिला संयोजक अमनजोत सिंह वालिया, अंशुमन, गौतम, प्रदीप महाजन, राजन त्रेहन, राजकुमार वर्मा, मधु महाजन, हरीश महाजन, मनीष, प्रो. सुनील दत्त, रितिका महाजन, पंकज गुप्ता, मोनू, गुलशन महाजन, गीता अग्रवाल, संजीव अरोड़ा आदि उपस्थित थे। सभी को इन दवाओं को प्राप्त करने का अधिकार : एडवोकेट आशुतोष
एडवोकेट आशुतोष ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को इन दवाओं और टीके को प्राप्त करने का मौलिक अधिकार है। इन भयानक परिस्थितियों में किसी भी प्रकार से किसी भी कंपनी को इन दवाओं से मुनाफा वसूलने की इजाजत नहीं होनी चाहिए। कोरोना की दवाओं से लाभ कमाना गलत : नीलम
महिला प्रमुख नीलम महाजन ने कहा कि कोरोना से संबंधित टीकाकरण और दवा के बनाने की इजाजत सभी कंपनियों को दी जानी चाहिए। इससे यह दवाएं लोगों तक आसानी से पहुंचेंगी। उन्होंने कहा हो सकता है कि यह बीमारी लंबे समय तक भी चले, ऐसी स्थिति में इन दवाओं और टीके से लाभ कमाना गलत है।