एसपी वरिंदरप्रीत के बेटे हार्दिक ने विजयी गोल दाग भारत को दिलाई जीत

टोक्यो ओलिंपिक में शहर में तैनात एसपी वरिंदरप्रीत सिंह के बेटे हार्दिक ने भी खाता खोल दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 05:12 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 05:12 PM (IST)
एसपी वरिंदरप्रीत के बेटे हार्दिक ने विजयी गोल दाग भारत को दिलाई जीत
एसपी वरिंदरप्रीत के बेटे हार्दिक ने विजयी गोल दाग भारत को दिलाई जीत

संजय तिवारी, बटाला

टोक्यो ओलिंपिक में शहर में तैनात एसपी वरिंदरप्रीत सिंह के बेटे हार्दिक ने भी खाता खोल दिया। क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ न केवल उन्होंने गोल किया बल्कि गोल से सभी का दिल भी जीत लिया। मैच की शुरुआत से ही उनकी फुर्ती देखने लायक थी, मानो आज उन्हीं का दिन था। हार्दिक के मैच में गोल करने के बाद पिता एसपी वरिंदरप्रीत सिंह और माता कमलजीत कौर की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

भारत की ओर से तीसरा व अंतिम गोल करके हार्दिक सिंह ने टीम की ऐतिहासिक जीत पर मुहर लगा दी। हार्दिक ने ये गोल 57वें मिनट (चौथा क्वार्टर) में किया। एसपी वरिदरप्रीत सिंह व माता कमलजीत कौर ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि उन्हें बहुत खुशी मिली है कि उनके बेटे हार्दिक ने टोक्यो ओलिपिक में ब्रिटेन को क्वार्टर फाइनल में हराकर सेमीफाइनल में पहुंच पदक की उम्मीदों को जिदा किया है। उन्हें भारतीय हाकी टीम पर गर्व है। इस बार भारतीय हाकी टीम भारत के लिए गोल्ड मेडल जरूर लेकर आएगी। हार्दिक के पिता व माता ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। उन्होंने बताया कि उनके रिश्तेदारों व गांव वासियों की तरफ से बहुत सारे फोन भी आ रहे हैं और वे बधाई दे रहे हैं। उन्होंने हमेशा अपने बेटे हार्दिक को स्पोर्ट किया है और जो सोचा था वे सच हो रहा है। जीत की खुशी में गांव वासी भी हुए शामिल

वरिदरप्रीत सिंह ने बताया कि उनके बेटे ने गोल करने व जीतने की खुशी में जालंधर के निकट पड़ते उनके गांव खुसरोपुर के निवासियों ने इस जीत की खुशी पर शुभकामनाएं दी। गांव वासियों ने मिठाइयां भी बांटीं। गांव वासियों ने हार्दिक को अपना आशीर्वाद भी दिया। हार्दिक अकेले ही गेंद लेकर विपक्षी गोल की ओर दौड़ पड़ा

पिता वरिदरप्रीत सिंह ने बताया कि खेल के अंतिम क्वार्टर में मैच खत्म होने से तीन मिनट पहले हार्दिक को जब गेंद मिली तो वह अकेले ही विपक्षी गोल पोस्ट की ओर दौड़ पड़े। उनकी पहली हिट को गोलकीपर ने रोक लिया। किस्मत से डिफ्लेक्शन से गेंद फिर से उनके पास पहुंच गई। इस बार उन्होंने अचूक निशाना साधा। सटीक और तेज हिट के आगे गोलकीपर व अन्य खिलाड़ी हक्के-बक्के रह गए। काम आया पिता का प्रोत्साहन

शनिवार को जालंधर में हार्दिक के पिता एसपी बटाला वरिंदरप्रीत सिंह ने कहा था कि ब्रिटेन के साथ मैच बढि़या होगा। उन्होंने बेटे हार्दिक को मनोबल के साथ मैदान में उतरने के लिए कहा था। उनका प्रोत्साहन काम कर गया और हार्दिक ने नाजुक मौके पर शानदार फील्ड गोल करके जीत भारत की झोली में डाल दी।

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