साम्प्रदायिक विरोधी मार्च में भगत सिंह को याद किया

जिले से संबंधित शहीद भगत सिंह नौजवान सभा और पंजाब स्टूडेंट्स फेडरेशन (पीएसएफ) के संयुक्त किसान मोर्चा के सिघू मंच की ओर चल रहे साम्प्रदायिक विरोधी मार्च में मंगलवार को सैकड़ों युवाओं और छात्रों ने हिस्सा लिया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 04:49 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 04:49 PM (IST)
साम्प्रदायिक विरोधी मार्च में भगत सिंह को याद किया
साम्प्रदायिक विरोधी मार्च में भगत सिंह को याद किया

संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : जिले से संबंधित शहीद भगत सिंह नौजवान सभा और पंजाब स्टूडेंट्स फेडरेशन (पीएसएफ) के संयुक्त किसान मोर्चा के सिघू मंच की ओर चल रहे साम्प्रदायिक विरोधी मार्च में मंगलवार को सैकड़ों युवाओं और छात्रों ने हिस्सा लिया। इस दौरान युवाओं और विद्यार्थियों ने नारेबाजी भी की। चारों ओर शहीद भगत सिंह के सफेद झंडे, बैनर और तस्वीरें क्रांतिकारी रंगों में माहौल को जीवंत कर रही थीं। मार्च का नेतृत्व सभा के अध्यक्ष मनजिदर ढेसी, जतिदर फरीदकोट, हरमीत दाऊद, गुरदीप गोगी ने किया।

इस अवसर पर धर्मेंद्र मुकेरियां, राज्य सचिव, शहीद भगत सिंह नौजवान सभा और गगनदीप सरदुलगढ़, संयोजक, पंजाब स्टूडेंट्स फेडरेशन ने कहा कि शहीद भगत सिंह अपनी अंतिम सांस तक साम्राज्यवाद, सांप्रदायिकता और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह ने इंकलाब जिदाबाद और साम्राज्यवाद मुर्दाबाद का नारा दिया था। शहीद भगत सिंह और उनके साथी सड़ी-गली व्यवस्था को बदलना चाहते थे और समानता की व्यवस्था बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि पंजाब में रोजगार मेलों के नाम पर युवाओं का शोषण किया जा रहा है। पुलिस, राजनीतिक, गैंगस्टर गठबंधन खुलेआम नशा बांट रहा है और देश के शासक शहीद भगत सिंह के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटी पका रहे हैं। सभा ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रही लड़ाई में जीत तक संघर्ष जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। इस मौके पर गुरजिदर रंधावा, राजविदर कौर, प्रभजोत कौर, कंचन मट्टू, संदीप, कुलवीर, चमकौर सिंह, सिमरनजीत सिंह बराड़ आदि नेताओं ने भी संबोधित किया।

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