गिरते जा रहे पानी के स्तर को बचाने में जुटे दो दोस्त
गिरते जा रहे भूजल को बचाने के लिए कस्बा कलानौर के रहने वाले दो समाज सेवक हरदीप सिंह मठारु व चंचल कुमार जुटे हुए हैं।
महिंदर सिंह अर्लीभन्न, कलानौर
गिरते जा रहे भूजल को बचाने के लिए कस्बा कलानौर के रहने वाले दो समाज सेवक हरदीप सिंह मठारु व चंचल कुमार जुटे हुए हैं। पिछले समय के दौरान इनके द्वारा एनआरआइज के सहयोग से बारिश के पानी के संभाल के लिए तैयार करवाए गए रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम वरदान साबित हो रहे हैं।
समाज सेवक हरदीप सिंह मठारु व चंचल कुमार ने बताया कि वे दोनों आपस में दोस्त है। पानी का स्तर गिरते देखते हुए उन्होंने ठान लिया था कि अब वे बारिश के पानी को बचाने के लिए प्रयास करेंगे। इसके बाद उन्होंने विदेशों में रहते एनआरआइज के साथ संपर्क करके पहले बाबा कार स्टेडियम कलानौर में 70 हजार रुपये की लागत से रैन हार्वेस्टिंग सिस्टम तैयार किया था। इसके बाद अपनी सूझबूझ व अनुभव से कस्बे के एक स्टेडियम व एक सरकारी स्कूल में दो तैयार किए रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम एक लाख दस हजार रुपये में मुकम्मल करवाए। इस सिस्टम को तैयार करने के लिए 50 फीट गहरा बोर किया गया और सबसे नीचे 18 फीट का फिल्टर, उसके नीचे पत्थर, कोला, बजरी, रेत की परतें बनाकर ग्राउंड का निर्माण किया गया। इसके अतिरिक्त 50 फीट गहरा हवा वाला पाइप भी लगाया हुआ है। मर्चेट नेवी में तैनात महकप्रीत सिंह ने दिया था आइडिया
उन्होंने बताया कि इस सिस्टम को बनाने का सुझाव मर्चेट नेवी में तैनात महकप्रीत सिंह कौर ने दिया था। उसने यह आइडिया सेशन कोर्ट लुधियाना के जज के रीडर कंवलजीत सिंह विर्दी द्वारा धूरी में बनाए गए रैन वाटर हार्वेस्टिंग से लिया था। उन्होंने बताया कि एनआरआइज के सहयोग से तीन हार्वेस्टिंग सिस्टम तैयार कर लिए गए हैं। चौथा सिस्टम डीएवी स्कूल कलानौर में बनाना था, लेकिन कोरोना महामारी और किसान आदोलन के चलते यह प्रोजेक्ट अभी अधूरा पड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि पानी के स्त्रोत को बचाने के लिए ऐसे सिस्टम बनाने की बहुत आवश्यकता है। जीआरपी--25
--किरण नदी के गंदे पानी को शुद्ध बनाए सरकार : महकप्रीत
पर्यावरण प्रेमी मार्चेट नेवी के अधिकारी महकप्रीत सिंह महक ने कहा कि उन्होंने पिछले समय एनआरआइज और पर्यावरण प्रेमियों के सहयोग से बारिश के पानी की संभालके लिए तीन रैन हार्वेस्टिग सिस्टम तैयार करवाए हैं। कोरोना महामारी के चलते यह सिस्टम आने वाले दिनों में शुरू किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से बलबीर सिंह सीचेवाल ने नदी के शुद्ध पानी के लिए प्रयास किया था, वैसे ही पंजाब के मुख्यमंत्री कस्बा कलानौर की ऐतिहासिक किरण नदी का नवीनीकरण करें और इसके गंदे पानी को शुद्ध बनाने के लिए प्रयास करें। प्राचीन तपो भूमि मंदिर स्थिति किरण नदी के किनारे बावा लाल जी दयाल की ओर से 84 साल तप किया था। ऐतिहासिक स्थान पर देश विदेश से श्रद्धालु किरण नदी के किनारे निर्माण किए तपो भूमि मंदिर के दर्शन करने आते है। सरकार को तुरंत नदी का नवीनीकरण करके इस किरण नदी को टूरिज्म हब बनाना चाहिए।