सर्वर डाउन, टीकाकरण रजिस्ट्रेशन प्रभावित

शहर के पुराने सिविल अस्पताल में कोरोना टीकाकरण के लिए वरिष्ठ नागरिकों फ्रंट लाइन वायरर्स व अन्य लोगों द्वारा करवाया जा रहा पंजीकरण का काम सर्वर डाउन होने के कारण प्रभावित हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Mar 2021 10:59 PM (IST) Updated:Sat, 20 Mar 2021 10:59 PM (IST)
सर्वर डाउन, टीकाकरण रजिस्ट्रेशन प्रभावित
सर्वर डाउन, टीकाकरण रजिस्ट्रेशन प्रभावित

राजिदर कुमार, गुरदासपुर : शहर के पुराने सिविल अस्पताल में कोरोना टीकाकरण के लिए वरिष्ठ नागरिकों, फ्रंट लाइन वायरर्स व अन्य लोगों द्वारा करवाया जा रहा पंजीकरण का काम सर्वर डाउन होने के कारण प्रभावित हो रहा है। इस वजह से वैक्सीनेशन करवाने आने वाले लोगों की लंबी लाइन लगने के कारण फिजिकल डिस्टेंस के नियम की धज्जियां उड़ाई जा रही है।

उधर, रजिस्ट्रेशन करने वाले कर्मचारी का कहना है कि विभाग की ओर से उन्हें नेट नहीं दिया जा रहा। वह विभाग द्वारा दिए गए लैपटाप को अपने मोबाइल फोन से अटैच कर लोगों की रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। नेट स्लो होने के कारण सर्वर डाउन रहता है। एक रजिस्ट्रेशन करने में पहले जहां पांच मिनट का समय लगता था, वहीं अब नेट स्लो होने के कारण दस से 15 मिनट लग रहे हैं, जिसकी वजह से अधिकतर लोग रजिस्ट्रेशन न होने के कारण बैरंग भी लौट रहे हैं। उधर मामले संबंधी सिविल सर्जन डा. विजय ने कहा कि वह रजिस्ट्रेशन के लिए आज ही नेट का इंतजाम करवाएंगे।

गौरतलब है कि कोरोना की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण की शुरुआत की गई है। एक मार्च से तीसरे चरण में 60 से अधिक व 45 से 59 साल के ऐसे लोग, जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं, को रखा है। वहीं विभाग द्वारा रोज पांच हजार टीकाकरण करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसे पूरा करने के लिए जिले में करीब तीस सेंटर स्थापित कर दिए गए हैं। इसी कड़ी में गुरदासपुर के पुराने सिविल अस्पताल में दो सेंटर स्थापित किए हैं। इनमें एक ओपीडी व दूसरा चाइल्ड टीकाकरण रुम में बनाया गया है। इन दोनों सेंटरों के बाहर एक-एक काउंटर बनाया है, यहां लोगों की रजिस्ट्रेशन की जा रही है। यहां रोज एक हजार से अधिक लोग टीकाकरण करवाने के लिए पहुंच रहे हैं। जिनकी इन दोनों काउंटरों पर रजिस्ट्रेशन हो रही है। अस्पताल की ओपीडी के बाहर वरिष्ठ नागरिकों को कोरोना डोज दी जा रही है। यहां स्थापित काउंटर पर नेट बहुत स्लो चल रहा है। शुरुआत में मोबाइल का नेट तेज चलने से रोज करीब 400 लोगों की रजिस्ट्रेशन की जा रही थी। अब नेट स्लो होने के कारण सर्वर डाउन ही रहता है। इस कारण बुजुर्गों सहित अन्य लोगों की लंबी लाइनें लग रही हैं। जिस कारण फिजिकल डिस्टेंस की धज्जियां भी उड़ रही हैं। किस दिन कितनी हुई रजिस्ट्रेशन तिथि - रजिस्ट्रेशन 13 - 213 14 - 193 15 - 176 16 - 158 17 - 182 18 - 147 19 - 163 20 - 187 नोट--आठ दिन में 1419 लोगों की रजिस्ट्रेशन। छाया का कोई प्रबंध नहीं रोज का तामपान करीब 32 से 34 डिग्री होने लगा है। कड़ी धूप में रजिस्ट्रेशन सेंटर के बाहर छाया का प्रबंध नहीं किया गया। इस कारण बुजुर्गों सहित 45 से 59 साल के बीमारियों से पीड़ित लोग व फ्रंट लाइन वायरियर्स को कई घंटे धूप खड़े रहकर रजिस्ट्रेशन के लिए अपने नंबर का इंतजार करना पड़ता है। वहीं रजिस्ट्रेशन के बाद टोकन बांटें जाते हैं। अंदर टोकन नंबर की आवाज दी जाए तो फिर रजिस्ट्रेशन करवाने वाले व्यक्ति को टीकाकरण के लिए अंदर बुलाया जाता है, मगर तब तक उसे धूप में ही खड़ा रहना पड़ता है। ऐसे तो नहीं रुकेगा कोरोना जिला प्रशासन द्वारा लोगों को फिजिकल डिस्टेंस बनाकर रखने के लिए जहां जागरुक किया जा रहा है, वहीं नियमों का पालन करवाने के लिए सख्ती भी दिखाई जा रही है, मगर जिस हिसाब से टीकाकरण सेंटरों के बाहर फिजिकल डिस्टेंस के नियम की अवहेलना हो रही है, उससे से ऐसा लग रहा है कि किसी रोज यहां से ही कोरोना के मरीज भारी संख्या में निकलेंगे। वहीं, सेंटर में ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी भी फिजिकल डिस्टेंस का पालन करवाने के लिए कोई सख्ती नहीं दिखा रहे। नेट का इंतजाम करवा दिया जाएगा सिविल सर्जन डा. विजय कुमार का कहना है कि अगर नेट की समस्या आ रही है तो वे इसका हल कर देंगे। जो लोग पंजीकरण केंद्रों के बाहर शारीरिक दूसरी ध्यान नहीं रख रहे हैं उनको नियमों का पालन करवाने के लिए सेहत विभाग की टीम को कहा जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना को हराने के लिए नियमों का पालन बहुत जरुरी है।

chat bot
आपका साथी