मिड डे मील व सफाई वर्करो ने पंजाब सरकार के खिलाफ निकाली भड़ास
इंडिया सेंट्रल कौंसिल आफ ट्रेड यूनियन संबंधित मिड-डे मील व सफाई वर्कर यूनियन ने जिला सचिव कामरेड सतिदर कौर के नेतृत्व में गांव राएचक्क में बैठक करने के बाद वर्करों को पांच महीने से रुके वेतन न देने और सरकार के समझौते अनुसार तीन हजार रुपए प्रति महीना बढ़ाकर न मिलने से पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
संवाद सहयोगी, किला लाल सिंह : इंडिया सेंट्रल कौंसिल आफ ट्रेड यूनियन संबंधित मिड-डे मील व सफाई वर्कर यूनियन ने जिला सचिव कामरेड सतिदर कौर के नेतृत्व में गांव राएचक्क में बैठक करने के बाद वर्करों को पांच महीने से रुके वेतन न देने और सरकार के समझौते अनुसार तीन हजार रुपए प्रति महीना बढ़ाकर न मिलने से पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
सतिदर कौर ने कहा कि पंजाब व केंद्र सरकार कोरोना वायरस की आड़ में वर्करों को परेशान कर रही है। वर्करों को न तो सरकार ने अभी तक स्थायी किया और न ही मिड डे मील वर्करों को कम से कम दिहाड़ी में शामिल किया है। सिर्फ वर्करों को 1700 रुपए ही मानभत्ता दिया जाता है। वर्करों को 1700 महीने मानभत्ते में प्रति दिन वर्कर को छह से साढ़े छह घंटे स्कूल में लगाने पड़ते है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के चलते मिड डे मील वर्कर बेरोजगार हो चुके है। वर्करों को अब कोई काम न मिलने से अपनी रोटी के लाले पड़े हुए है। मगर सरकार मिड डे मील वर्करों की कोई सुध नहीं ले रही। वर्करों को अध्यापक रोजाना स्कूल बुलाते है। स्कूल न आने की सूरत में डयूटी से निकालने की धमकी दी जाती है। इस मौके पर मनजीत सिंह, सिमरनजीत कौर, नीमो, मनजीत कौर, पूजा रानी आदि उपस्थित थे।