महामाई के जयकारों से गूंजा राय साहब निवास
शहर की सबसे प्राचीन धार्मिक संस्था ज्वाला संकीर्तन मंडली की ओर से कार्यक्रम करवाया गया।
संवाद सूत्र, बटाला : शहर की सबसे प्राचीन धार्मिक संस्था ज्वाला संकीर्तन मंडली की ओर से मां वैष्णो देवी के दरबार की 53वीं वार्षिक यात्रा से पूर्व साप्ताहिक संकीर्तन करवाया गया। शनिवार रात्रि को मंडली के सीनियर सदस्य सुरेश राय साहिब के गृह निवास नजदीक बावा लाल जी अस्पताल, 11 वें सप्ताहिक संकीर्तन का आयोजन किया गया। जिसमें सतपाल शर्मा, विनोद शर्मा, हरमेश डोगरा, राजिदर दर्दी, श्याम राजा, विजय डोगरा इत्यादि की ओर से मां की महिमा का गुणगान किया गया। नरेश कुमार द्वारा गाई गई मां की भेंट फूला दा सजाया तेरा हार शैरा वालिए, मैं आया तेरे द्वार शैरा वालिया ने उपस्थित श्रद्धालुओं को झूमने पर विवश कर दिया। यहां यह काबिले गौर है कि जवाहरलाल संकीर्तन मंडली शहर वासियों को पिछले 53 वर्ष से त्रिकुटा की पहाड़ियों में स्थित मां वैष्णो देवी के दरबार की निर्विघ्न यात्रा करवा रही है। आयोजकों की ओर से हर वर्ष 22 दिसंबर को तीन अथवा चार बसें बटाला से मां वैष्णो देवी के दरबार के लिए ले जाई जाती हैं, जिनकी वापसी 25 दिसंबर को होती है। इससे पूर्व प्रत्येक सप्ताह हर शनिवार रात्रि को मंडली के सदस्यों के घरों में मां के संकीर्तन का आयोजन किया जाता है, जिसमें मंडली के सभी सदस्य उपस्थित होते हैं। यात्रा ले जाने से पूर्व झंडा पूजन तथा मां चिंतपूर्णी के दरबार में हाजिरी भी जरूर लगवाई जाती है। इसी उपलक्ष्य में ज्वाला संकीर्तन मंडली के सदस्यों की एक बस सीध पीठ मांग चिंतपूर्णी के दरबार के लिए रवाना हुई। तत्पश्चात पवित्र झंडे की छत्रछाया में सिद्ध पीठ मां काली द्वारा में नतमस्तक होकर 22 दिसंबर को सुबह यात्रा रवाना होती है।
इस अवसर पर ज्वाला संकीर्तन मंडली के चेयरमैन चंद्रशेखर डोगरा, अध्यक्ष सुदेश बांसल, निर्मल ओहरी, अविनाश सोढी, राजिदर डोगरा, विनोद शर्मा, गोविद प्रकाश, अश्विनी शर्मा, योगेश शर्मा, विजय शर्मा, नरिदर हांडा, जोगिदर पाल, आरती ओहरी, किरण लता शर्मा, पूनम तथा मधु शर्मा सहित मंडली के दर्जनों सदस्य उपस्थित थे।