एनएचएम मुलाजिमों को बर्खास्त करने का निर्णय वापस लेकर रेगुलर करे पंजाब सरकार : रवि मोहन
पिछले लंबे समय से आंशिक वेतन पर कांट्रैक्ट बेस पर अपनी जान जोखिम में डालकर सेहत विभाग में कार्य कर रहे एनएचएम मुलाजिमों को पक्का करने के स्थान पर मुलाजिमों को पंजाब की कैप्टन सरकार द्वारा नौकरी से बर्खास्त करने की वरिष्ठ अकाली नेता दीनानगर रवि मोहन ने कड़े शब्दों में भर्त्सना की है।
संवाद सहयोगी, दीनानगर : पिछले लंबे समय से आंशिक वेतन पर कांट्रैक्ट बेस पर अपनी जान जोखिम में डालकर सेहत विभाग में कार्य कर रहे एनएचएम मुलाजिमों को पक्का करने के स्थान पर मुलाजिमों को पंजाब की कैप्टन सरकार द्वारा नौकरी से बर्खास्त करने की वरिष्ठ अकाली नेता दीनानगर रवि मोहन ने कड़े शब्दों में भर्त्सना की है। उन्होंने बर्खास्त मुलाजिमों को तुरंत बहाल करने व समूह एनएचएम मुलाजिमों को पूरी तरह से रेगुलर करने की मांग की है।
रवि मोहन ने आरोप लगाया कि पूरे वेतन पर स्थाई करने की मांग को लेकर गत कई दिनों से ये हड़ताल पर चल रहे हैं। इन मुलाजिमों की मांगों को स्वीकृत करने की जगह कांग्रेस पार्टी की कैप्टन सरकार ने तानाशाह रवैया अपनाते हुए कोरोना की आड़ में लोकहितों के बहाने मुलाजिमों केा बर्खास्त कर दिया गया जो पूरी तरह से गैर वाजिब है। उन्होंने कहा कि संघर्षरत मुलाजिमों को बर्खास्त करने का निर्णय बिना शर्त वापस लिया जाए, समूह सेहत मुलाजिमों को स्थाई किया जाए, अस्पतालों में डाक्टरों, स्टाफ नर्सों सहित पैरा मैडिकल मुलाजिमों के सभी रिक्त पदों पर स्थाई भर्ती की जाए तथा आवश्यकता अनुसार नई पोस्टें भी निकाली जाएं। सरकारी अस्पतालों, बेडों, वेंटीलेटरों, दवाइयां, आक्सीजन आदि की कमी को तुरंत पूरा किया जाए। रवि मोहन ने कहा कि निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना पीड़ित परिवारों से की जा रही अंधी लूट बंद की जाए। बड़े प्राईवेट अस्पतालों को सरकारी हाथों में लेकर कोरोना पीड़ितों के निशुल्क इलाज की गारंटी की जाए।